देश भक्ति काव्य प्रतियोगिता हेतु कविता शीर्षक – “अद्भुत हिंदुस्तान”
“अद्भुत हिंदुस्तान”26 जनवरी 1950 कोहमारे भारत का संविधान बन जाए,राष्ट्रीय पर्व का मिला दर्जा गणतंत्र दिवस का त्यौहार
सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
“अद्भुत हिंदुस्तान”26 जनवरी 1950 कोहमारे भारत का संविधान बन जाए,राष्ट्रीय पर्व का मिला दर्जा गणतंत्र दिवस का त्यौहार
ऐसे हैं हम भारतवासी हिमशिखर उत्तुंग उठा कपाल, चरण पखारता सागर विकराल, गंगा यमुना संचारित रक्तनाल, असम चायबागान
मैं समाज हूँ बेटी मैं समाज हूँ।अपराध नहीं है तुम्हारा बेटी होना।मैंने ही तो तुम्हेंसदियों से बेटी बनाया
8 मार्च, 2021 महिला दिवस आयोजित काव्य प्रतियोगिता “आज की नारी”ना खेल हैं ना खिलौना हैंना तेरे बिस्तर
उसके त्याग को न भूलो तुम,
उसके जीवन के महत्ता नहै कम।
वह तुमसे किये का उपकार ना चाहती,
उसे तुम मां बेटी बहू कुछ तो समझो।।
स्त्री नहीं…