Category: काव्य धारा
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February 23, 2021
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खंडकाव्य
मुस्कुराता सूरज जीवन दर्शन
सूर्य मुस्कुराता छितिज परभाव चेतना मकसद मंजिलका पैगाम लिये।।नया सबेरा उम्मीदों विश्वास की नई किरणउदय उदित उड़ान स्वर्णिम
February 21, 2021
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February 21, 2021
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February 21, 2021
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नई कविता
धर्म राजनीति शासन
धर्म आस्था की धतातलअवनि आकाश धर्म मर्यादा संस्कृति संस्कार।।धर्म शौम्य विनम्र युग समाजव्यवहार।।धर्म जीवन मूल्यों आचरण कासत्य सत्यार्थ।।धर्म
February 20, 2021
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खंडकाव्य
गांव
1-गाँव की माटी प्रकृति—सुबह कोयल की मधुर तानमुर्गे की बान सुर्ख सूरज कीलाली हल बैल किसान गाँवकी माटी
February 20, 2021
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