Category: व्यंग्य वाटिका
Categories


ताटंक छंद “भ्रष्टाचारी सेठों ने”
ताटन्क छंद “भ्रष्टाचारी सेठों ने” (मुक्तक शैली की रचना) अर्थव्यवस्था चौपट कर दी, भ्रष्टाचारी सेठों ने।छीन निवाला दीन

चौरी चौरा आजादी के संघर्ष की पृष्ठ भूमि एव परिणाम
दंश दासता से घायलभारत का जन जन था।।मन में आज़ादी कीचिंगारी ज्वाला अंगारलिये व्यथित भारत वासी था।।सन सत्तावन

परधानी का चुनाव
परधानी का चुनाव——————————चुनाव प्रचार पर आएमचमचाती गाड़ी से लखदख उजलेलिबास वाले प्रधानजी नेएक युवा से पूछा –गांव में
सपना के ब्याह ने तोड़े बड़े-बड़ों के ‘सपने’
सुबह-सुबह आज पार्क में एक रिटायर्ड मास्टर जी से मुलाकात हो गई। मास्टर जी सपना चौधरी के जबरिया फैन है। रिटायरमेंट के बाद टाइमपास करने में सपना के डांस वीडियो महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। फोन मेमोरी में भले ही उन्हें किसी का कॉन्टेक्ट नंबर फीड करना न आता हो, पर यू ट्यूब पर सपना का कोई भी डांस का गाना चाहे आधी रात को सर्च करवा लो। राम-राम के बाद हुई बातचीत में मास्टरजी थोड़ा असहज से लगे। मैंने पूछा-क्या हुआ मास्टर जी। मास्टरनी से सबेरे सबेरे लठ बाजग्या कै। बोले-नहीं जी, वो अपने सत्संग, भजन कीर्तन में व्यस्त रहती है। सो बहस का अवसर ही नहीं मिलता। मैने पूछा-तो बात क्या हुई।