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डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

सृजन ऑस्ट्रेलिया | SRIJAN AUSTRALIA

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डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

श्रीमती पूनम चतुर्वेदी शुक्ला

सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
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सपना के ब्याह ने तोड़े बड़े-बड़ों के ‘सपने’

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                                    सुशील कुमार ‘नवीन’

उसे  ‘चस्का रेड फरारी’ का भले ही रहा हो पर ‘बोल तेरे मीठे-मीठे’ की शालीनता आलोचकों को भी शर्मसार करने वाली रही है । जब भी ‘वा गजबन पानी नै चाली’ है, सब ओर से ‘आज्या नै तेरे लाड लड़ाऊं’ की आवाज सुनाई पड़ी है । ‘गाडनजोगी’ कह कितने ही हंसी-ठठे किये गए हो पर मरजानी की ‘हवा कसूती’ बनाने में चाहने वालों ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। मोरनी की सी उसकी चाल’ और  ‘आंख्या का काजल’ ने बड़े-बड़ों को कमर लचकाने को मजबूर किया। ‘इसे ढूंगे मारे जाणै कोय जलेबी सी तारै ‘ पर उठे उसके कदमों से  बलम की अल्टो पलटी ही पलटी। टल्ली होकर ‘वीरे की वेडिंग’ से बॉलीवुड में जोरदार एंट्री और, ‘नानू की जानू’ में अभय देओल संग लगाए ठुमकों से वह सबके मन को भा गई । दिलेर मेहंदी के साथ ‘बावली तरेड़’ बन गाने का जो मौका मिला वो तो करिअर का स्वर्णिम अध्याय लिख गया। ‘ चांद लुक्या हांडे जनै घूंघट की ओट’ पर जब-जब कदम थिरके, ‘तेरे घाल दयूं थूथकारा, कदै टोक लाग ज्या’ के बोल बुरी नजर से बचा गए। ‘सॉलिड बॉडी से ‘जादूगरनी, चीज लाजवाब, बदली-बदली लाग्गे, जीरो फिगर, जबर बरोठा आदि गीतों पर अपने डांस से देशभर के दिल को धड़काने वाली ‘वो सपना सपने में भी आने लगी‘ है।’ आप भी सोच रहे होंगे कि लेखनी ने आज कौन सी राह पकड़ ली है। चिंता न करें। बीपी, हार्ट बीट सब ठीक है। कुछ नया है। पढ़कर मजा लीजिए।

सुबह-सुबह आज पार्क में एक रिटायर्ड मास्टर जी से मुलाकात हो गई। मास्टर जी सपना चौधरी के जबरिया फैन है। रिटायरमेंट के बाद टाइमपास करने में सपना के डांस वीडियो महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। फोन मेमोरी में भले ही उन्हें किसी का कॉन्टेक्ट नंबर फीड करना न आता हो, पर यू ट्यूब पर सपना का कोई भी डांस का गाना चाहे आधी रात को सर्च करवा लो। राम-राम के बाद हुई बातचीत में मास्टरजी थोड़ा असहज से लगे। मैंने पूछा-क्या हुआ मास्टर जी। मास्टरनी से सबेरे सबेरे लठ बाजग्या कै। बोले-नहीं जी, वो अपने सत्संग, भजन कीर्तन में व्यस्त रहती है। सो बहस का अवसर ही नहीं मिलता। मैने पूछा-तो बात क्या हुई। बोले-एक बात बताओ, सपना का ब्याह और छोरा होने वाली बात सही है। मैंने कहा-हां, पर इसमें आप क्यों परेशान हो। आपने कौन सा उसके ब्याह में कन्यादान लिखवाण जाना था। मास्टरजी बोले-आप को भी मौका चाहिए डायलॉग मारने का। वो इतनी बड़ी कलाकार। ब्याह कर लिया और किसी को बताया तक नहीं। मैंने फिर सिक्सर दे मारा। कहा- तो आपकै धोरे कोण सा वीर साहू का बारात का न्यून्दा (निमंत्रण) आना था। मियां-बीवी राजी तो क्या करेगा काजी। बोले-मुद्दे की गम्भीरता को समझें। सपना ने इस तरह ब्याह करके लाखों लोगों के सपने तोड़ दिए। भला कोई ऐसे करता है क्या। मुझसे कहे बिना फिर नहीं रहा गया। कहा- मास्टरनी नै जाके बताऊं कै, बूढ़ा हाथां तै जा लिया। मेरे ये कहने पर वो थोड़ा झेंप से गए। बोले-आप बात को समझ नहीं रहे। इस कोरोना ने बाजार की हालत खराब कर रखी है। सोचो।यदि ये धूमधाम से ब्याह करती तो व्यापारी-दुकानदार भाइयां के कितना फायदा होता। डीजे, टेंट हाउस, कैटरिंग, साज सिंगार,, बन्दड़ा-बन्दड़ी के ब्याह की ड्रेस, टुम(आभूषण) की खरीद सब के सब अपने लोकल लोगों से होती।  बड़े-बड़े लोग ब्याह में आते तो पूरी रौनक रहती। जब तक ब्याह न होता तब तक अखबार और लोकल चैनलों वालों को काम मिला रहता। लग्न टीका, मेहदी, लेडीज संगीत,ढुकाव फेरे सब लाइव देखने को मिलते। मैंने कहा- वो सेलिब्रिटी है अब। छोटे-मोटे बाजारों का उसका लेवल नहीं है। अब बारी मास्टरजी की थी। बोले-वो सेलिब्रिटी जरूर है। पर जड़ें नहीं छोड़ी है। देसी है और छोरा भी तो देसी ही चुना है। हरियाणा के गीतों को उसके डांस ने ही अजर अमर कर दिया है। धातुओं में सोना, डांसरों में सपना का कोई तोड़ नहीं। अब उनकी इस बात का समर्थन करने के सिवाय मेरे पास कोई दूसरा विकल्प ही नहीं था। मैंने कहा-बात तो आपकी सही है मास्टर जी। खैर और बताओ। क्या चल रहा है। मास्टरजी का दर्द आखिर में उभर ही आया। धीमी आवाज में बोले- और तो सब ठीक है। पता नहीं सपना का नया डांस नम्बर अब कब आएगा। तेरे कातिल जौवन नै लूट लिया दिल म्हारा…गा सपना के सपने तोड़ने का दर्द छलकाकर वो वहां से निकल गए। उनके जाने के बाद मुझे भी हल्के-हल्के दर्द का अहसास सा हो रहा है। मुझे लगता है लेख पढ़ औरों के भी दर्द शुरू हो जाएगा।

(नोट : लेख मात्र मनोरंजन के लिए है। इसका किसी के साथ मेल मात्र संयोग ही समझा जाये।

संपर्क : सुशील कुमार ‘नवीन’, लेखक वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षाविद, मोबाईल : 961726237

Last Updated on January 4, 2021 by srijanaustralia

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