न्यू मीडिया में हिन्दी भाषा, साहित्य एवं शोध को समर्पित अव्यावसायिक अकादमिक अभिक्रम

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

सृजन ऑस्ट्रेलिया | SRIJAN AUSTRALIA

विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया से प्रकाशित, विशेषज्ञों द्वारा समीक्षित, बहुविषयक अंतर्राष्ट्रीय ई-पत्रिका

A Multidisciplinary Peer Reviewed International E-Journal Published from, Victoria, Australia

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

श्रीमती पूनम चतुर्वेदी शुक्ला

सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

Month: November 2020

image_pdfimage_print

रमेश कुमार सिंह रुद्र की नई कविता ‘मां सरस्वती’

वीणावादिनी ज्ञानदायिनी ज्ञानवान कर दे…. माँ रूपसौभाग्यदायिनी नव रुप भर दे…. हंसवाहिनी श्वेतांबरी जग उज्ज्वल कर दे….. वीणापाणिनि शब्ददायिनी शब्दों से भर दे…. ज्योतिर्मय जीवन तरंगमय जीवन सभी जन प्रकाशयुक्त …

रमेश कुमार सिंह रुद्र की नई कविता ‘मां सरस्वती’ Read More »

जिज्ञासा धींगरा की कविता “एक पागल सी लड़की”

  छोटा सा सपना, गहरी सी आंखें, मासूम सी बातें, पागल सी लड़की।   कहीं उसके सपनों की लड़ी खो गई, वो पागल सी लड़की कहीं गुम हो गई।   …

जिज्ञासा धींगरा की कविता “एक पागल सी लड़की” Read More »

स्वर्ग के शौचालय में हिंदी

उत्कृष्ट रचनाकार भारतेंदु ने ‘स्वर्ग में विचार सभा का आयोजन‘ लिखा था और निकृष्ट कोटि का रचनाकार मैं, जनमेजय ‘ स्वर्ग के शौचालय में हिंदी ’ लिखता हूं। शौचालय के …

स्वर्ग के शौचालय में हिंदी Read More »

मनीषी मित्तल की नई कविता ‘सारा सच’  

अख़बार का इक पन्ना सारा सच बतलाता है। देश-विदेश की सारी खबरें चुटकी में पहुंचाता है। घर-आंगन में जब आता सब का मन हर्षाता है। सुबह की सब की चाय …

मनीषी मित्तल की नई कविता ‘सारा सच’   Read More »

श्रीमती ज्योति मिश्रा की नई कविता ‘ भारत के कवियों की गाथा’

श्रीमती ज्योति मिश्रा की नई कविता ‘ भारत के कवियों की गाथा’ नई कविता, सम्पादन: रेखा रानी, हिसार

पूरे रोहतकी स्वाद लिए है ‘कांटेलाल एंड संस ‘

सुशील कुमार ‘नवीन’ न्यूं कै दीदे पाड़कै देखण लाग रहया सै, इसा मारूंगी दोनूं आंख बोतल के ढक्कन ज्यूं लिकड़कै पड़ ज्यांगी। आया म्हारा गाम्म का …ला। किसे मामलै ने …

पूरे रोहतकी स्वाद लिए है ‘कांटेलाल एंड संस ‘ Read More »

रीनू पाल की लघुकथा “सपनों का घरौंदा”

उत्तर प्रदेश के छोटे से गाँव की रहने वाली थी मन्नत। मन्नत अपनेमाता-पिता की इकलौती संतान थी। शादी के लगभग 8 वर्ष बाद ईश्वर से बहुत मन्नतें मांगने के बाद …

रीनू पाल की लघुकथा “सपनों का घरौंदा” Read More »

videsho me hindi Saahitya

विदेशो मे हिन्दी शिक्षण               सन 1998 के पूर्व, मातृभाषियो की संख्य की दृष्टि से विश्व मे सर्वाधिक बोली जानेवाली भाषओ के जो आँकडे मिलते है, उनमे हिन्दी को तीसरा …

videsho me hindi Saahitya Read More »

error: Content is protected !!