न्यू मीडिया में हिन्दी भाषा, साहित्य एवं शोध को समर्पित अव्यावसायिक अकादमिक अभिक्रम

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

सृजन ऑस्ट्रेलिया | SRIJAN AUSTRALIA

विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया से प्रकाशित, विशेषज्ञों द्वारा समीक्षित, बहुविषयक अंतर्राष्ट्रीय ई-पत्रिका

A Multidisciplinary Peer Reviewed International E-Journal Published from, Victoria, Australia

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

श्रीमती पूनम चतुर्वेदी शुक्ला

सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

Day: February 12, 2021

image_pdfimage_print

भीख का मोल

समुद्र के किनारे बसे एक शहर में मेला लगा हुआ था । बहुत दूर दूर से व्यापारी मेले व्यापार करने आये हुए थे । अनेकों तरह के सामानों से सजे …

भीख का मोल Read More »

भारतीय दर्शन संस्कृति परम्पराएँ सहिष्णुता और शान्ति

भारतीय दर्शन संस्कृति परम्पराएँ सहिष्णुता और शान्तिभारतीय समाज एवं संस्कृति की एक अनूठी विशेषता है- विविधता में एकता। इस विशेशता ने ही इसे अनन्त काल से अब तक जीवित रखा …

भारतीय दर्शन संस्कृति परम्पराएँ सहिष्णुता और शान्ति Read More »

ज़िम्मेदार बचपन

मेरे घर से कुछ ही दूरी पर रेलवे स्टेशन है । और रेलवे स्टेशन की दूसरी ओर एक छोटा सा बाजार । हमारे गांव के लोग अकसर बज़ार जाने के …

ज़िम्मेदार बचपन Read More »

वापस आओ ओ मेरी माँ

  वापस आओ ओ मेरी माँ   सात समंदर पारकर, हुई हो तुम आँखों से ओझल, मिले बिन तुझे ओ मेरी माँ मेरा मन हुआ है मरुस्थल। विदेश में रहकर …

वापस आओ ओ मेरी माँ Read More »

कलम के जादूगर रामवृक्ष बेनीपुरी के गांव में

<span;>कल जहां बसती थी खुशियां आज है मातम वहां…। हिंदी फिल्म ‘वक्त’ का यह मशहूर गीत रामवृक्ष बेनीपुरी के गांव पर सटीक बैठता है। जिस बेनीपुर में कभी साहित्यिक गोष्ठियों …

कलम के जादूगर रामवृक्ष बेनीपुरी के गांव में Read More »

error: Content is protected !!