न्यू मीडिया में हिन्दी भाषा, साहित्य एवं शोध को समर्पित अव्यावसायिक अकादमिक अभिक्रम

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

सृजन ऑस्ट्रेलिया | SRIJAN AUSTRALIA

विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया से प्रकाशित, विशेषज्ञों द्वारा समीक्षित, बहुविषयक अंतर्राष्ट्रीय ई-पत्रिका

A Multidisciplinary Peer Reviewed International E-Journal Published from, Victoria, Australia

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

श्रीमती पूनम चतुर्वेदी शुक्ला

सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

Day: January 9, 2021

image_pdfimage_print

महिला दिवस काव्य प्रतियोगिता हेतु कविता – एक युद्ध स्‍त्री को लेकर

द्रुत गति से बहती सरिता की  कलकल है या विस्मय के होठों पर ठहरा पल है काश.. कभी  आगे भी इसके जान सकूँ अभी तो.. नारी मेरे लिए कुतूहल है …

महिला दिवस काव्य प्रतियोगिता हेतु कविता – एक युद्ध स्‍त्री को लेकर Read More »

देश्भक्ति काव्य लेखन प्रतियोगिता हेतु रणयोद्धा मेरे भारत के”

रणयौद्धा मेरे भारत के   ये रणयौद्धा मेरे भारत के मेरे देश के सच्चे रखवाले सीना तान खड़े सीमा पर मेरे भारत के वीर मतवाले अटल शिखर हिमालय की आन …

देश्भक्ति काव्य लेखन प्रतियोगिता हेतु रणयोद्धा मेरे भारत के” Read More »

कृष्ण की लगन

                               कृष्ण की लगन मैं जबसे हुई तेरी भक्ति में मगन,संसार के सुखों में रमे ना मेरा मन,जैसे राधा को लगी हो कृष्ण की लगन,वैसे ही तेरे नाम पर थिरकता …

कृष्ण की लगन Read More »

देश निराला सब से अपना

http://कविता(देशभक्ति प्रतियोगिता हेतु ) है देश निराला सबसे अपना है देश निराला सबसेअपना सबके दिल में ये बस्ता है, जो देश को ना समझे अपना, वो मृत जीव से भी …

देश निराला सब से अपना Read More »

देशभक्ति काव्य पाठ प्रतियोगिता हेतु

जनम जनम का रिश्ता  ……………………… यह रिश्ता प्यारा जनम जनम का, मैं किस तरह, इसे इजहार  करूँ , संकट से भरा यह भाजन हमारा,  सुख से कैसे तुम्हारा आभार करूँ …

देशभक्ति काव्य पाठ प्रतियोगिता हेतु Read More »

हिंदुस्तान हमारा है

“वन्देमातरम” से लेकर “जन – गन – मन” तक जो दिल में बसता है यह हिंदुस्तान हमारा है, “खेतों की हरियाली” से “तकनीकी उद्योगों” तक जो निरंतर चलता है यह …

हिंदुस्तान हमारा है Read More »

देशभक्ति-काव्य लेखन प्रतियोगिता हेतु कविता , “3 देश भक्ति कविता”

*1-कारगिल युद्ध गाथा* कारगिल में गूँज उठी थी,शूरवीरों की ललकारपाकर सह शैतानों का जब घुस आए थे आतंकी हज़ारदेश की तब सरकार जगी,सुनकर शैतानों की फुँफकारलेकर राय देश से सारा …

देशभक्ति-काव्य लेखन प्रतियोगिता हेतु कविता , “3 देश भक्ति कविता” Read More »

देशभक्ति-काव्य लेखन प्रतियोगिता” हेतु कविता – राष्ट्र वंदना

मुक्त चित् प्राण मन से, अहोराष्ट्र की वन्दना हम करेंशुद्ध चित् प्राण मन से, अहोअभ्यर्थना हम करेंराष्ट्र ही शक्ति हैराष्ट्र ही भक्ति हैराष्ट्र में ही हमारी भीअभिव्यक्ति हैमुक्त चित् प्राण …

देशभक्ति-काव्य लेखन प्रतियोगिता” हेतु कविता – राष्ट्र वंदना Read More »

मैं

*।।मैं।।*मैं चिर नवीन मैं अति प्राचीनमैं खुशमिज़ाज मैं ग़मशीन मुझमें यह संसार समाया हैंमुझसें मोह मोक्ष माया हैं मैं अस्तित्व हुँ , मैं व्यक्तित्व हुँमैं लघुत्व और मैं प्रभुत्व हुँ …

मैं Read More »

प्रेम काव्य लेखन प्रतियोगिता हेतु

वारिस की पहली फुहार में  …………………………… जब से तुम परदेशी हो गये, खूब आते सुनहले सपने में, सजना,तुम अब होते दीदार, बस हमारे पलक झपकने में ।1।       …

प्रेम काव्य लेखन प्रतियोगिता हेतु Read More »

error: Content is protected !!