मौक्तिका (रोती मानवता)
मौक्तिका (रोती मानवता)2*14 (मात्रिक बहर)(पदांत ‘मानवता’, समांत ‘ओती’) खून बहानेवालों को पड़ जाता खून दिखाई,जो उनके हृदयों में थोड़ी भी होती मानवता।पोंछे होते आँसू जीवन में कभी गरीबों के,भीतर छिपी …
मौक्तिका (रोती मानवता)2*14 (मात्रिक बहर)(पदांत ‘मानवता’, समांत ‘ओती’) खून बहानेवालों को पड़ जाता खून दिखाई,जो उनके हृदयों में थोड़ी भी होती मानवता।पोंछे होते आँसू जीवन में कभी गरीबों के,भीतर छिपी …
लव है पैमाना ,नज़रे है मैख़ाना तेरी चाहत दुनियां कि तकदीर दीदार बीन पिए वहक जाना।। सावन की घटायें तेरी जुल्फे चाल है मस्ताना ।। गज गामिनी अंदाज़ अशिकाना हुस्न …
हलक को जलाती ,उतरती हलक में शराब कहते है।।लाख काँटों की खुशबू गुलाब कहते है।।छुपा हो चाँद जिसके दामन मेंहिज़ाब कहते है।।ठंडी हवा के झोंके उड़ती जुल्फोंमें छुपा चाँद सा …
जुबां तोल, मोल , बेमोल,अनमोल, बहारों के फूलों कि बारिश अल्फ़ाज़। तनहा इंसान का अफसोस हुजूम के कारवां कि जिंदगी का साथ अल्फाज़।।वापस नही आते कभी जुबां से निकले …
मर जाता आँख का पानीइंशा शर्म से पानी पानी।आँखों से बहता नीर नज़र काआँसू पानी ही पानी।। ख़ुशी के जज्बे जज्बात मेंछलकता आँसू जिंदगी का मीठापानी ही पानी जिंदगानी।। …
युवा आम सभी होतेकुछ कर गुजरने की अभिलाषावाले विरले ही होते।।राष्ट्र समाज की चेतना जागरणपर मर मिटते वाले दुनियां के इतिहासोंमें अमर होते।।सिंह भगत की गर्जना अनवरतगूंज रही है आज …
हिन्दी की प्रतिष्ठित साप्ताहिक पत्रिका— ‘धर्मयुग’ और इसके यशस्वी सम्पादक आ. धर्मवीर भारती से साहित्य जगत भलीभाँति परिचित है। कहते हैं कि इस पत्रिका में रचनाओं के प्रकाशित होते ही …
मयंक श्रीवास्तव से प्रो. अवनीश सिंह चौहान की बातचीत Read More »
‘अनुवाद’ शब्द अंग्रेजी के ‘Transalation’ शब्द के लिए हिंदी पर्याय के रूप में चर्चित है| इसका अर्थ है एक भाषा से दूसरी भाषा में भाव-विचार को ले जाना होता है| …
22 मार्च विश्व जल दिवस ,जल संकट और कुछ चिंतन– / ‘ए मेरे प्यारे वतन तुझ पे जल कुर्बान’ “जल संरक्षणम् अनिवार्यम्। विना जलं तु सर्वं हि नश्येत्। दाहं …
जय गंगे माता ,निश दिन जो तुझेधता सुख संपत्ति पाता ।। मईया जय गंगे माता ।।ब्रह्मा के कर कमण्डल से शिव शंकर जटाओं प्रवाह तेरा प्रवाह है आता।गो मुख …