शुभा शुक्ला निशा की कविता – ‘नारी’

अंग्रेजो के समय भी देखिए
नारी शक्ति का फैला परचम था
लक्ष्मी बाई , सरोजिनी नायडू
कस्तूरबा गांधी , विजया लक्ष्मी में कितना दम था