कृष्णकलि
तुम एक कृष्णकलि हो, क्यों तुम सिमटी हुई, शरमाई हुई हो ? बागों में खिले फूल तुम्हारे साथी है फिर क्यों शरमाई हुई हो ?तितलियों की उड़ान तुम्हारे लिए है, …
तुम एक कृष्णकलि हो, क्यों तुम सिमटी हुई, शरमाई हुई हो ? बागों में खिले फूल तुम्हारे साथी है फिर क्यों शरमाई हुई हो ?तितलियों की उड़ान तुम्हारे लिए है, …
*अमर शहीदों को नमन हमारा-श्रद्धा सुमन समर्पित***************************************** रचनाकार : *डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव*वरिष्ठ प्रवक्ता-पी बी कालेज,प्रतापगढ़ सिटी,उ.प्र. नक्सलवाद आतंकवाद,ही भारत के दुश्मन हैं।नक्सलवादी आतंकवादी,सभी हमारे दुश्मन हैं। वीर एवं जांबाज़ …
*”विश्व स्वास्थ्य दिवस-2021″ पुनः बढ़ते कोरोना से जंग* **************************************** लेखक: *डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव*वरिष्ठ प्रवक्ता-पी बी कालेज,प्रतापगढ़ सिटी,उ.प्र. विश्व स्वास्थ्य दिवस पर आज हमारा भारत ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व …
*”विश्व स्वास्थ्य दिवस-2021″पुनः बढ़ते कोरोना से जंग* Read More »
गरीमा से रहो जब कोई दे रही है बिंदियाॅ , हरे कांच की चुडियाॅकोई लगा रही है कुंकुंमतो परहेज क्यों ?महिलाओंका यह बचपन का हक है ।अपना हक अदा करना है …
भारत के सभी हिंदी सवियों, हिंदी सेवी संस्थाओं विश्वविद्यालयों को एकजुट होकर हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए आंदोलन करने की आवश्यकता है। यह बात डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय …
हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए एकजुट आंदोलन की आवश्यकता : प्रो आशा शुक्ला Read More »
मेरे हमसफ़र मैं तेरी जीवनसंगिनी तू मेरे सिर का ताज कल की विपदा सोच क्यों खोये हो आज साथी हूँ तेरे पथ की हरपल चलूं तेरे संग कौन झूठलाए प्रेम …
यूं नहीं युग मे कोई भी स्वर सा गूंजता बन ईश्वर सत्यार्थ ।।जाने कितनी ही दुःखपीड़ा से पड़ता जिसका पालायुग वर्तमान स्वर की सत्यसाधना अवतार आत्मा की परम यात्रा करना …