नवगीत (कहाँ गया सच्चा प्रतिरोध)
सुन ओ भारतवासी अबोध,कहाँ गया सच्चा प्रतिरोध? आये दिन करता हड़ताल,ट्रेनें फूँके हो विकराल,धरने दे कर रोके चाल,सड़कों पर लाता भूचाल,करे देश को तू बदहाल,और बजाता झूठे गाल,क्या ये ही …
सुन ओ भारतवासी अबोध,कहाँ गया सच्चा प्रतिरोध? आये दिन करता हड़ताल,ट्रेनें फूँके हो विकराल,धरने दे कर रोके चाल,सड़कों पर लाता भूचाल,करे देश को तू बदहाल,और बजाता झूठे गाल,क्या ये ही …
(1)झबुआ की झोंपड़ी परबुलडोजर चल रहे हैंसेठ जी कीनई कोठी जोबन रही है।** (2)बयान, नारे, वादेदेने को तोसारे तैयारपर दुखियों की सेवा,देश के लिये जानसे सबको है इनकार।** (3)पुराना मित्रपहली …