गंगा
जय गंगे माता ,निश दिन जो तुझेधता सुख संपत्ति पाता ।। मईया जय गंगे माता ।।ब्रह्मा के कर कमण्डल से शिव शंकर जटाओं प्रवाह तेरा प्रवाह है आता।गो मुख …
जय गंगे माता ,निश दिन जो तुझेधता सुख संपत्ति पाता ।। मईया जय गंगे माता ।।ब्रह्मा के कर कमण्डल से शिव शंकर जटाओं प्रवाह तेरा प्रवाह है आता।गो मुख …
—– – विश्व पर्यावरण — पर्यावरण प्रदूषण प्राणी प्राण कि आफत ब्रह्ममाण्ड के दुश्मन।नदियां ,झरने ,तालाब ,ताल तलइया सुख गए धरती बंजर रेगिस्तान।। श्रोत जल का चला गया पाताल जल …
पेड़, पौधे ,जंगल कट रहे नए, नए नगर, शहर बस रहे। प्रकिति कुपित मानव पुलकित ब्रह्मांड के मानक बदल रहे।।जहर हवा ,दूषित जल है जीवन कितना मुश्किल है नदियां, …
तेरा हो जाऊँ तेरा हो जाऊँ तेरी बाहों के सिरहाने पे, सर रख कर सो जाऊँ ।तेरे हसीं खाबों में हमेशा के लिए गुम हो जाऊँ ।। हम भी बड़े …