न्यू मीडिया में हिन्दी भाषा, साहित्य एवं शोध को समर्पित अव्यावसायिक अकादमिक अभिक्रम

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

सृजन ऑस्ट्रेलिया | SRIJAN AUSTRALIA

विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया से प्रकाशित, विशेषज्ञों द्वारा समीक्षित, बहुविषयक अंतर्राष्ट्रीय ई-पत्रिका

A Multidisciplinary Peer Reviewed International E-Journal Published from, Victoria, Australia

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

श्रीमती पूनम चतुर्वेदी शुक्ला

सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

Month: February 2021

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गांव

1-गाँव की माटी प्रकृति—सुबह कोयल की मधुर तानमुर्गे की बान सुर्ख सूरज कीलाली हल बैल किसान गाँवकी माटी की शोधी खुशबू भारतकी जान प्राण।।बहती नदियां ,झरने झील,तालाब पगडंडी पीपल की …

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फूल के जज्बात

गांव शहर नगर की गलियों कीकली सुबह सुर्ख सूरज की लाली केसाथ खिली ।।चमन में बहार ही बहार मकरंदकरते गुंजन गान नहीं मालुम चाहत जिंदगी जाने कब छोड़ देगी साथ।।रह …

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फूल की किस्मत

फूल की किस्मत को क्या कहूँबया क्या करूँ हाल । बड़े गुरुर में सूरज की पहलीकिरण के संग खिली इतरातीबलखाती मचलती गुलशनबगवां की शान।। फूल के सुरूर का गुरुर भी …

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जगदम्ब शिवा

पुणे की पुण्य भूमि माँ भारती का गौरवआँचल ज्ञान कर्म धर्मकी भूमि अभिमान।।शिवनेरी दुर्ग की माटी काकण कण दर दिवाले गवाह जीजाबाई शाह जी केशिवा जन्म जीवन का काल।।सोलह सौ …

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दिल से बड़ा कोई ताज नहीं…..

दिल से बड़ा कोई ताज नहीं…..   क्यों आ के किनारे पर डूबी कश्ती हमको याद नहीं बस दर्द-ऐ-मुहब्बत है दिल में और इसके सिवा कुछ याद नहीं क्या जाने …

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*हिंदी वर्ण माला के स्वर-व्यंजन का प्रयोग और मेरा गीत *

*हिंदी वर्ण माला के स्वर व्यंजन का प्रयोग और मेरा गीत ***************************************** रचयिता : *डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव*वरिष्ठ प्रवक्ता-पी बी कालेज,प्रतापगढ़ सिटी,उ.प्र. *अ* अभी समय है, बिना गवांये,*आ* आओ जीवन सफल …

*हिंदी वर्ण माला के स्वर-व्यंजन का प्रयोग और मेरा गीत * Read More »

*जर ज़मीन जोरू होती है हर झगड़े की जड़*

*जर ज़मींन जोरू होती है हर झगड़े की जड़***************************************** रचयिता : *डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव*वरिष्ठ प्रवक्ता-पी बी कालेज,प्रतापगढ़ सिटी,उ.प्र.   जर ज़मीन जोरू से हमेशा,हो जाती है तकरार। यही तो तीनों …

*जर ज़मीन जोरू होती है हर झगड़े की जड़* Read More »

क्षणिकाएं :…..यथार्थ

क्षणिकाएं :…..यथार्थ   1. मैंकभी मरता नहींजो मरता हैवोमैं नहीं… … … … … … … 2. ज़िस्म बिनाछाया नहींऔर छाया का कोईजिस्म नहीं… … … … … … … … …

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