दोहा त्रयी :….आहट
दोहा त्रयी :….आहट हर आहट में आस है, हर आहट विश्वास।हर आहट की ओट में, जीवित अतृप्त प्यास।। आहट में है ज़िंदगी, आहट में अवसान।आहट के परिधान में, …
दोहा त्रयी :….आहट हर आहट में आस है, हर आहट विश्वास।हर आहट की ओट में, जीवित अतृप्त प्यास।। आहट में है ज़िंदगी, आहट में अवसान।आहट के परिधान में, …
जीने से पहले …… मिट गईमेरी मोहब्बतख़्वाहिशों के पैरहन में हीजीने से पहले जाने क्या सूझीइस दिल कोसंग से मोहब्बत करने कावो अज़ीम गुनाह कर बैठाअपने ख़्वाबों कोअपने …