जिंदगी और सूरज
कहीँ जब सुर्ख सूरज निकलता हैजिंदगी दौड़ती है चाहतों के रफ्तार में।कहीँ जब शाम ढलती है जिंदगीठहर सी जाती है चाहतों के चाँदके इंतज़ार में।।इंसा हर लम्हे को जीता चाहतोंख्वाईसों …
कहीँ जब सुर्ख सूरज निकलता हैजिंदगी दौड़ती है चाहतों के रफ्तार में।कहीँ जब शाम ढलती है जिंदगीठहर सी जाती है चाहतों के चाँदके इंतज़ार में।।इंसा हर लम्हे को जीता चाहतोंख्वाईसों …
चाँद से सवाल चंदा मामा हमारे घर भी आओ ना,मेरे संग बैठकर हलवा-पूड़ी खाओ ना । मुझे करनी हैं, तुमसे ढेर सारी बातें तुम्हें बुलाते-बुलाते गुज़र गई कई रातें । …
यूँ मायूस मत बैठो । यूँमायूस मत बैठो, हँसों मुस्कुराओं दोस्तों ।ख़्वाब से निकलो हक़ीक़त में आओ दोस्तों ।। एक उम्र गुज़ार दी ज़माने वालों के काम देखते-देखते;अब बारी तुम्हारी …
प्रेम महज ढ़ाई अक्षर का एक शब्द नहीं प्रेम में है समाहित भावना रुपी समुद्र ज्ञान रुपी नभ।। प्रेम महज ढ़ाई अक्षर का एक शब्द नहीं प्रेम पूजा है प्रेम …