लोक दर्शन की अवधारणा
हिन्दी ललित निबंध मे लोक दर्शन रचनाकार का नाम: डाॅ विजय नारायण दूबे पदनाम: शोधार्थी संगठन: उच्च शिक्षा ईमेल पता: [email protected] पूरा डाक पता: ग्राम बहराकोठी पोस्ट सारैन जिला आजमगढ़
हिन्दी ललित निबंध मे लोक दर्शन रचनाकार का नाम: डाॅ विजय नारायण दूबे पदनाम: शोधार्थी संगठन: उच्च शिक्षा ईमेल पता: [email protected] पूरा डाक पता: ग्राम बहराकोठी पोस्ट सारैन जिला आजमगढ़
प्रेम!आजकल प्रभावित है…उपभोक्तावादी बाजारी संस्कृतिऔर फिल्मी देह बाजारी से।फलिभूत कर्ज और उधारी से।रोज नए फूल खिलते,तन से तन मिलते,कौड़ियों के भाव परअवसरवादी स्थापित-विस्थापितभावनात्मक जुड़ाव है।मादा की क्षणिक काया,नर के पाकेट …
डर कर,थक,ऊब करवह प्रत्येक स्त्री!जो आत्महत्या करके मर गई;कमल और कुमुदिनी थी। और जो जिंदा रह गईफिक्र में घर-गृहस्थी,बाल-बच्चों के। वह औरत मुझे,पोखर की हेहर/थेथर(नहर, तालाब के किनारेउगने वाले हरे …