जिन्दगी की शाम पर : मुसकराना है ,हाथ में हाथ डालकर
<span;>जिन्दगी की शाम पर: मुस्कुराना है हाथ में हाथ डालकर<span;>,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,<span;>जब से जीवन की डोरी से,मैंने <span;>तेरे साथ का गठबंधन जोडा है।<span;>चलते इन राहों पे न जाने,कितने<span;>इन सुनामियों ने हमें झिझोडा …
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