तरक़्क़ी पसंद ग़ज़लगो : मजरुह सुल्तानपुरी
तरक़्क़ी पसंद ग़ज़लगो : मजरुह सुल्तानपुरी डॉ. वसीम अनवर असिस्टेण्ट प्रोफेसर उर्दू और फ़ारसी विभाग डॉ. हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, मध्य प्रदेश [email protected], 09301316075 तरक़्क़ी पसंद ग़ज़लगो …
तरक़्क़ी पसंद ग़ज़लगो : मजरुह सुल्तानपुरी डॉ. वसीम अनवर असिस्टेण्ट प्रोफेसर उर्दू और फ़ारसी विभाग डॉ. हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, मध्य प्रदेश [email protected], 09301316075 तरक़्क़ी पसंद ग़ज़लगो …
सुंदरवन नाम के गाँव में एक लड़का रहता था जिसका नाम रघु था। रघु अक्सर नहाने ने वक़्त नल को खुला छोड़कर भाग जाता था। इसी तरह हाथ धुलने के …
छात्रा मुमताज़ जहाँ की लघुकथा “सुंदर नगरी में पानी कम” Read More »
सृष्टि में जीवन का संचार किया।मानव मन में दया धर्म का भाव दिया।चारों और मानवता का प्रसार किया।हे ईश्वर, आपका आभार है। जन्म दिया और पाल- पोस कर बड़ा किया।हर …
माँ, या पा, दोनों में दर्द छिपा उठे हूक में, दिल के टूक में, अन्जाने तार जुडे, कुछ आँसू में चू पडे, ये कह पाना है मुश्किल , होता किस …
ओमप्रकाश गुप्ता की कविता – ‘शाश्वत रिश्ते : नियति के’ Read More »