Shabd
शब्दशब्द स्वर भरे कभी मुस्कुराहट में तो कभी आंसुओं में ढले कुछ मन से टकराये और भिगो गए पर कुछ कानों की ओट में ही छिपकर रह गए. कभी अधरों …
शब्दशब्द स्वर भरे कभी मुस्कुराहट में तो कभी आंसुओं में ढले कुछ मन से टकराये और भिगो गए पर कुछ कानों की ओट में ही छिपकर रह गए. कभी अधरों …