देश निराला सब से अपना
http://कविता(देशभक्ति प्रतियोगिता हेतु ) है देश निराला सबसे अपना है देश निराला सबसेअपना सबके दिल में ये बस्ता
सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
http://कविता(देशभक्ति प्रतियोगिता हेतु ) है देश निराला सबसे अपना है देश निराला सबसेअपना सबके दिल में ये बस्ता
नए साल में बदलेंगे हालात भीक्या नए साल में?बनेंगी बिगड़ी बात भीक्या नए साल में?तारीखें बदलने से क्यादुख
स्वरचित कविता (महिला काव्य प्रतियोगिता हेतु प्रेषित प्रविष्टि) शीर्षक-“जाग रहीआधीआबादी” जाग रहीआधीआबादी,दु:ख छिपकर अब सोता है। देश मेरा