न्यू मीडिया में हिन्दी भाषा, साहित्य एवं शोध को समर्पित अव्यावसायिक अकादमिक अभिक्रम

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

सृजन ऑस्ट्रेलिया | SRIJAN AUSTRALIA

विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया से प्रकाशित, विशेषज्ञों द्वारा समीक्षित, बहुविषयक अंतर्राष्ट्रीय ई-पत्रिका

A Multidisciplinary Peer Reviewed International E-Journal Published from, Victoria, Australia

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

श्रीमती पूनम चतुर्वेदी शुक्ला

सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

महिला दिवस-2021,काव्य प्रतियोगिता हेतु प्रेषित मेरी प्रविष्टि(कविता)

Spread the love
image_pdfimage_print

स्वरचित कविता (महिला काव्य प्रतियोगिता हेतु प्रेषित  प्रविष्टि)

शीर्षक-“जाग रहीआधीआबादी”

जाग रहीआधीआबादी,दु:ख छिपकर अब सोता है।

देश मेरा गर्वित है इनपर,सुख-स्वप्नों में खोता है ।।

दिन चमकीले,रात सुहानी,घर-घर गूंजे यही कहानी।

कहीं राष्ट्रप्रेम की ठानी,कहीं बनी घर की पटरानी।।

सीमा पर तैनात गरजती,दुश्मन हरदम रोता है।

बेटी है वरदान नियति का,नेह का मेह भिगोता है।।

जाग रही…

सेवा,ममता,उल्फत,साहस,हर इक क्षेत्र में रम जाती है। 

मां,बहना,प्रियतमा सभी रूपों में झटपट ढल जाती है।।

पालक,चालक,नर्स,चिकित्सक, नेता,कलमकार,संरक्षक। 

कर्मक्षेत्र की कलाकार यह,आंखों में भरपूर चमक।।

तन किसान मानस-वसुधा पर बीज हर्ष के बोता है।

पारिजात से खिल जाते,सांसों में सुरभि समोता है।।

जाग रही…

प्राची में है रवि किरण सी,उगती आशाओं का पूर।

चटक चांदनी चमकाती सी,मुख पर ले चंदा का नूर।।

बरछी,भाले कटि पर बांधे,अरि पर करती वार।

काम चले ना गर शस्त्रों से, कलम बने तलवार।।

‘बिन घरनी घर भूत का डेरा’ कहकर ये जग रोता है।

जो देवी का दर्द बढ़ाए ,पाप की गठरी ढोता है।।

जाग रही…

______________________________________________

स्वरचित, मौलिक,सर्वथा अप्रकाशित एवं अप्रसारित कविता-

कवयित्री-डा. अंजु लता सिंह, नई दिल्ली 

 

 

 

 

 

Last Updated on January 7, 2021 by anjusinghgahlot

  • डा.अंजु लता सिंह 'प्रियम'
  • वरिष्ठ उपाध्यक्ष-राष्ट्रीय महिला काव्य मंच,द.दिल्ली इकाई मंच
  • "प्रतिभा विकास मिशन"संस्था की संचालिका/सेवानिवृत्त हिंदी विभागाध्यक्ष
  • [email protected]
  • C-211,212,paryawaran complex,saidulajab,N.Delhi-30
Facebook
Twitter
LinkedIn

More to explorer

2025.06.22  -  प्रयागराज की हिंदी पत्रकारिता  प्रवृत्तियाँ, चुनौतियाँ और संभावनाएँ  --.pdf - lighttt

‘प्रयागराज की हिंदी पत्रकारिता : प्रवृत्तियाँ, चुनौतियाँ और संभावनाएँ’ विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के प्रतिभागिता प्रमाणपत्र

Spread the love

Spread the love Print 🖨 PDF 📄 eBook 📱प्रयागराज की हिंदी पत्रकारिता पर  दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन संपन्न प्रयागराज, 24

2025.06.27  - कृत्रिम मेधा के दौर में हिंदी पत्रकारिता प्रशिक्षण - --.pdf-- light---

कृत्रिम मेधा के दौर में हिंदी पत्रकारिता प्रशिक्षण विषयक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन 27 जून को

Spread the love

Spread the love Print 🖨 PDF 📄 eBook 📱फ़ील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की 18वीं पुण्यतिथि के अवसर  परकृत्रिम मेधा के दौर में

light

मध्य प्रदेश में हिंदी पत्रकारिता विषय पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन

Spread the love

Spread the love Print 🖨 PDF 📄 eBook 📱अंतरराष्ट्रीय हिंदी पत्रकारिता वर्ष 2025-26 के अंतर्गत मध्य प्रदेश में हिंदी पत्रकारिता विषय पर

1 thought on “महिला दिवस-2021,काव्य प्रतियोगिता हेतु प्रेषित मेरी प्रविष्टि(कविता)”

Leave a Comment

error: Content is protected !!