न्यू मीडिया में हिन्दी भाषा, साहित्य एवं शोध को समर्पित अव्यावसायिक अकादमिक अभिक्रम

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

सृजन ऑस्ट्रेलिया | SRIJAN AUSTRALIA

विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया से प्रकाशित, विशेषज्ञों द्वारा समीक्षित, बहुविषयक अंतर्राष्ट्रीय ई-पत्रिका

A Multidisciplinary Peer Reviewed International E-Journal Published from, Victoria, Australia

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

श्रीमती पूनम चतुर्वेदी शुक्ला

सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

Category: अनूदित कविता

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नरसिंह यादव की कविता – ‘रेप की सजा फांसी’

बोल रहे बढ़ चढ़ के उन्हीं के हत्यारे,
फिर आ जाओ हमें ये सिखाते हुए,

जिंदा हैं बहू बेटियों को यूं डराते हुए,
घूम रहे इज्जत को तार तार करते हुए,
भूल गए वहीं आज नारा लगाया जो,
जी रहे सरकार का मौज उड़ाते हुए।

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रमेश कुमार सिंह रुद्र की नई कविता ‘मां सरस्वती’

वीणावादिनी ज्ञानदायिनी ज्ञानवान कर दे…. माँ रूपसौभाग्यदायिनी नव रुप भर दे…. हंसवाहिनी श्वेतांबरी जग उज्ज्वल कर दे….. वीणापाणिनि

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अनूदित कविता
ashurag77

हम हैं भारतवासी

“हम हैं भारतवासी” विपत्ति आने पर जो डर जाते हैं ,हम नही वो कायर कहलाते हैंहर मुश्किल को

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अनन्य है

अनन्य है रात के आगोश में  जब छिपा चला जाता है मन तो धीरे से हवा का झोंका

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युवाशक्ति

 युवाशक्ति ना सूरज की तपन से जल पाए, ना मारुत कहीं उड़ा ले जाए, ना सरिता कभी बहा

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उत्कर्ष

दृष्टि विहीन हुआ, मनुज संताप की वेदना भारी है, देव,देव न रहे, निर्विवाद है विध्वंस की भावना जारी है, किस

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