Category: नवगीत
Categories

नवगीत

मकर संक्रांति आई हैं
मकर संक्रांति आई हैं मकर संक्रांति आई हैंएक नई क्रांति लाई हैंनिकलेंगे घरों से हमतोड़ बंधनों को सबजकड़ें
January 14, 2021
No Comments
मेरा वतन
*मेरा* *वतन* वतन है या तन है मेराप्राण न्योछावर इस पर कर जाऊं मैंसांस है या लहू है
January 13, 2021
No Comments
देशभक्ति काव्य प्रतियोगिता
1****** “मातृ वन्दना” ***** हे जन्मभूमि, हे कर्मभूमि, हे धर्मभूमि है तुझे प्रणाम! ऐ रंगभूमि, ऐ युद्वभूमि, ऐ
January 11, 2021
No Comments

नवगीत

पथिक
पथिक (नवगीत) जो सदा अस्तित्व से अबतक लड़ा है।वृक्ष से मुरझा के पत्ता ये झड़ा है। चीर कर
November 27, 2020
No Comments