
opgupta.kdl

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January 4, 2021
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अन्य काव्य विधाएं

सब कुछ समझ लिया हमने,,,,,,,,
मानव के भीतर की पशुता,पशुता के अंदर की सभ्यता,पशु के भीतर की मानवता,मानवता भीतर की महानता,देख लिया है
January 3, 2021
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