जो जन्म लिया इस धरती पर तो प्राण यहीं न्योछावर हो
सीचकर धरती लहु से अपना हर वीर यहाँ बख्तावर हो ।
गंगा जमुना तहजीब धरे,स्वर्णिम भारत ललकार रहा
संस्कृतियों का मिश्रण थामे, पूरे विश्व को यह तार रहा ।
गौरवान्वित इतिहास संग चरम शिखर पर स्थित है जो
जन जन का उद्धार करने फिर से देखो जाग रहा।
रणक्षेत्र में युद्ध का किया तुमने ऐलान है
राख करने अस्तित्व तुम्हारा तत्पर वीर जवान है
लहू के बदले लहु मिलेगा भांप सको तो भांप लो
नत मस्तक करने धङ तुम्हारा हुंकार रहा हिन्दुस्तान है ।
Last Updated on January 13, 2021 by pragyau25
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