न्यू मीडिया में हिन्दी भाषा, साहित्य एवं शोध को समर्पित अव्यावसायिक अकादमिक अभिक्रम

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

सृजन ऑस्ट्रेलिया | SRIJAN AUSTRALIA

विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया से प्रकाशित, विशेषज्ञों द्वारा समीक्षित, बहुविषयक अंतर्राष्ट्रीय ई-पत्रिका

A Multidisciplinary Peer Reviewed International E-Journal Published from, Victoria, Australia

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

श्रीमती पूनम चतुर्वेदी शुक्ला

सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

विषय:- प्रेम-काव्य लेखन प्रतियोगिता हेतु कविता:- बात उन दिनों की थी

Spread the love
image_pdfimage_print

विषय:- प्रेम-काव्य लेखन प्रतियोगिता हेतु
कविता:- बात उन दिनों की थी

——————————————————
बात उन दिनों की थी
जब मैं पहेली बार तुझसे मिलने को आया
थोड़ा सरमाया थोड़ा घबराया
तू थोड़ा सा बेताब सी थी
मुझसे मिलने को उत्सुक सी थी
तुझसे मिले अरसा सा हो गया था
तुझ तक पहुचने में खर्चा सा हो गया था
तुझे उठाया
गले से लगाया
तुझसे मिलने की बड़ी आरजू थी बड़ी बेताबी थी
तुझे देख कर
तेरे चहेरे पर हर शब्द पढ़ लिया मैंने
तुझमे लिखा हर छण जी लिया मैंने
ये बात उन दिनों की थी

जब तुझे पढ़ कर हर इम्तेहान दे दिया करता था
तुझे सीने से लगा कर पूरी रात सो लिया करता था
कभी तुझे उठाने में मेरी कमर नहीं झुकी
कभी तुझे भुजता देख मेरी सांसें नहीं रुकी
तुझमे लिखा हर शब्द मुझे भाता था
तुझे पढ़ कर मेरा रोम रोम खिल जाता था
ये बात उन दिनों की थी

जब तू ही तो थी
जो मेरे साथ उठती बैठती थी
मेरे लाख कोशिशों बाद भी मैं तुझे मना न सका
तुझे अपने इम्तेहान के वक़्त लेजा न सका
मुझे पता था तू मुझसे नाराज थी
पर क्या करता मुझे भी खुद से आस थी
ये बात उन दिनों की थी

जब मैं तुझसे दूर जा रहा था
किसी और के करीब आ रहा था
अब वो बात नहीं थी
तुझसे बिछड़ कर मेरी कोई रात नहीं थी
वो चहरे पर शब्द पढ़ लेना
वो तुझमे लिखा हर छण जी लेना
तू थी तो हर इम्तेहान पास हो जाता था
तुझे पाकर ये जीवन आम से खास हो जाता था
तू गई तो ये जीवन वीराना सा हो गया है
सब कुछ अब अनजाना सा हो गया है
ये बात एक दिन की नहीं कई दिनों की थी
ये कोई और नहीं
ये मेरी किताब थी
ये बात उन दिनों की थी
ये बात उन दिनों की थी……….||

———————————————————
रचनाकार का नाम:- रितेश जिंदल
पदनाम:- अधिवक्ता
डाक पता:- पुरानी मंडी, वार्ड न.08, सितारगंज, उधम
सिंह नगर, उत्तराखंड, पिन कोड- 262405
ईमेल पता:- [email protected]
मोबाइल/ व्हाट्सएप्प नंबर:- 8433193713

Last Updated on January 17, 2021 by riteshgpt00

  • रितेश जिंदल
  • अधिवक्ता
  • अधिवक्ता
  • [email protected]
  • पुरानी मंडी, वार्ड न.08, सितारगंज, उधम सिंह नगर, उत्तराखंड, पिन कोड- 262405
Facebook
Twitter
LinkedIn

More to explorer

2025.06.22  -  प्रयागराज की हिंदी पत्रकारिता  प्रवृत्तियाँ, चुनौतियाँ और संभावनाएँ  --.pdf - lighttt

‘प्रयागराज की हिंदी पत्रकारिता : प्रवृत्तियाँ, चुनौतियाँ और संभावनाएँ’ विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के प्रतिभागिता प्रमाणपत्र

Spread the love

Spread the love Print 🖨 PDF 📄 eBook 📱प्रयागराज की हिंदी पत्रकारिता पर  दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन संपन्न प्रयागराज, 24

2025.06.27  - कृत्रिम मेधा के दौर में हिंदी पत्रकारिता प्रशिक्षण - --.pdf-- light---

कृत्रिम मेधा के दौर में हिंदी पत्रकारिता प्रशिक्षण विषयक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन 27 जून को

Spread the love

Spread the love Print 🖨 PDF 📄 eBook 📱फ़ील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की 18वीं पुण्यतिथि के अवसर  परकृत्रिम मेधा के दौर में

light

मध्य प्रदेश में हिंदी पत्रकारिता विषय पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन

Spread the love

Spread the love Print 🖨 PDF 📄 eBook 📱अंतरराष्ट्रीय हिंदी पत्रकारिता वर्ष 2025-26 के अंतर्गत मध्य प्रदेश में हिंदी पत्रकारिता विषय पर

Leave a Comment

error: Content is protected !!