
बासंती बयार रफ्ता रफ्ता
बासंती बयार रफ्ता रफ्ताफागुन की फुहार रस्ता रस्ताहोरी की गोरी का इंतजार लम्हा लम्हा।।आम के बौर मधुवन की
सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
बासंती बयार रफ्ता रफ्ताफागुन की फुहार रस्ता रस्ताहोरी की गोरी का इंतजार लम्हा लम्हा।।आम के बौर मधुवन की
शिवोहं शिवोहं शिवोहंचिता भस्म भूषित श्मसाना बसे हंमशिवोहं शिवोहं शिवोहं।।अशुभ देवता मृत्यु उत्सव हमाराशुभोंह शुभोंह शुभोंह शुभोंह शिवोहं
मौक्तिका (जो सत्यता ना पहचानी)2*9 (मात्रिक बहर)(पदांत ‘ना पहचानी’, समांत ‘आ’ स्वर) दूजों के गुण भारत तुम गाते,अपनों
गीत (देश हमारा न्यारा प्यारा) देश हमारा न्यारा प्यारा,देश हमारा न्यारा प्यारा।सब देशों से है यह प्यारा,देश हमारा
*हे अन्नदाता ! ,हे अन्नदाता !* हे अन्नदाता ! हे अन्नदाता !उठों जागों तुम्हें खेत बुलाताहल तुझसे पहलें