सभी व्यवसायी चाहते हैं, उनका बेटा बड़ा होकर
यदि कुछ नहीं तो उनका ही रोज़गार संभाले।
परन्तु एक किसान कभी स्वप्न में भी नहीं सोचता
कि उनका बेटा बड़ा होकर किसान बने।
ये पंक्तियाँ हमारे कृषिप्रधान देश के किसानों की
बदहाली को बयां करती है।।
Last Updated on August 27, 2021 by gorakhpuriyalegend
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