लव है पैमाना ,नज़रे है मैख़ाना तेरी चाहत दुनियां कि तकदीर दीदार बीन पिए वहक जाना।।
सावन की घटायें तेरी जुल्फे चाल है मस्ताना ।।
गज गामिनी अंदाज़ अशिकाना हुस्न की हद हैसियत नजराना ।।
क़दमों कि आहट से ज़माने में हलचल धड़कते दिलों कि है तू जाने जाना। हवाओं में उड़ती जुल्फे कभी चाँद से चेहरे का हिज़ाब ,कभी चाँद के दीदार का बहाना।।
जन्नत की जीनत ,प्यार का अरमान जहाँ में खुदा का नूर नज़राना।।
फिजाओं की मस्ती इश्क इबादत की हस्ती तू जिंदगी जान यारी है याराना।।
वज्म ,वजूद जहाँ जमाने कि मोहब्बत कि मल्लिका जिंदगी का तराना ।।दुनियां ,कारवां कि मंजिल आशिकी का अफ़साना ।।
शर्म से चिलमन में तेरा चेहरा खूबसूरत कायनात कि चांदनी का छूप जाना।।
चाहतों कि जिंदगी करिश्मा किस्मत कि तेरा मिल जाना।।
आहे भरते है सुनते तेरा ही अफसाना सिर्फ एक नज़र को तरसता है दीवाना।।
दिल ,दुनियां ,दौलत करम किस्मत है जज्बा ,जूनून हकीकत जन्नत है तेरा मुस्कुराना।।
परस्तीस तमन्ना है इबादत आशिकी इश्क में जल जाना।।
नन्द लाला मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Last Updated on March 18, 2021 by nandlalmanitripathi
- नंन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
- प्राचार्य
- भारतीय जीवन बीमा निगम
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