बन जाती हैं दूरियाँ, रिश्तों में नासूर ।
मधुर वचन से कीजिए, मतभेदों को दूर । ।
सुशील सरना / 27-2-21
Last Updated on February 27, 2021 by sarnasushil
- सुशील सरना
- सेवा निवृत्त
- एन एस एस ओ
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सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
बन जाती हैं दूरियाँ, रिश्तों में नासूर ।
मधुर वचन से कीजिए, मतभेदों को दूर । ।
सुशील सरना / 27-2-21
Last Updated on February 27, 2021 by sarnasushil