*वैलेंटाइन डे स्पेशल गीत-हम मीतों के हैं मीत*
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रचयिता :
*डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव*
वरिष्ठ प्रवक्ता-पी बी कालेज, प्रतापगढ़ सिटी,उ.प्र.
सभी मनाते हैं ये “वैलेंटाइन डे”।
आठ दिवसों का ये गजब है ‘डे’।
प्रथम दिवस “रोज डे” है होता।
प्रेमी प्रेमिका को गुलाब है देता।
दूसरा दिवस प्रपोज़ डे है होता।
इसमें प्रेमी उसे प्रपोज़ कर देता।
तीसरे दिवस चॉकलेट भी देता।
प्रेमिका को चॉकलेट खिलाता।
चौथे दिवस प्रेमी टेडी भी देता।
मखमली खिलौना ले कर देता।
पांचवे दिवस प्रॉमिस भी करता।
जीवन में साथ रहने को कहता।
छठवें दिन प्रेमी द्वय हग करते।
एक दूजे के प्रेमी गले हैं मिलते।
सतवें दिन प्यार में किस करते।
एकदूजे की बाँहों में कुछ रहते।
अठवें दिन जी भर करते प्यार।
ये है सर वैलेंटाइन डे का प्यार।
जीवन भर साथ रहने का प्यार।
सुख दुःख में साथ रहेंगें ये यार।
मैं कहता हूँ प्यार करें,पर सच्चा।
पल में खा जाएँ न धोखा गच्चा।
प्रेम करना ना कोई बुरी चीज है।
हीर-राँझा,शीरी-फरहाद बीज है।
लैला-मजनूँ के जैसा प्यार करो।
हवस वास्ते केवल न प्यार करो।
प्रेम करो ऐसे किजैसे लोटा-डोर।
खुद गला फंसाय पानी लावै बोर।
प्रेम दिवस की तभी सार्थकता है।
वरना ये केवल एक निरर्थकता है।
रचनाकार :
*डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव*
वरिष्ठ प्रवक्ता-पी बी कालेज,प्रतापगढ़ सिटी,उ.प्र.
इंटरनेशनल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर-नार्थ इंडिया
एलायन्स क्लब्स इंटरनेशनल,कोलकाता,प.बंगाल
संपर्क : 9415350596
Last Updated on February 15, 2021 by dr.vinaysrivastava
- डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव
- वरिष्ठ प्रवक्ता
- पी बी कालेज
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- 156 - अभय नगर, प्रतापगढ़ सिटी, उ.प्र., भारत- 230002