nandlalmanitripathi

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गीत
बासंती बयार रफ्ता रफ्ता
बासंती बयार रफ्ता रफ्ताफागुन की फुहार रस्ता रस्ताहोरी की गोरी का इंतजार लम्हा लम्हा।।आम के बौर मधुवन की
March 28, 2021
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नई कविता
किस रंग खेलू होली
दिल दुनियां के रंग अनेकोंकिस रंग खेलूं होलीमईया ओढे चुनरी रंग लालकेशरिया बैराग किस रंग खेलूं होली।।रंग हरा
March 28, 2021
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नई कविता
बलिदान दिवस और आज का युवा
युवा आम सभी होतेकुछ कर गुजरने की अभिलाषावाले विरले ही होते।।राष्ट्र समाज की चेतना जागरणपर मर मिटते वाले
March 23, 2021
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