न्यू मीडिया में हिन्दी भाषा, साहित्य एवं शोध को समर्पित अव्यावसायिक अकादमिक अभिक्रम

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

सृजन ऑस्ट्रेलिया | SRIJAN AUSTRALIA

6 मैपलटन वे, टारनेट, विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया से प्रकाशित, विशेषज्ञों द्वारा समीक्षित, बहुविषयक अंतर्राष्ट्रीय ई-पत्रिका

A Multidisciplinary Peer Reviewed International E-Journal Published from 6 Mapleton Way, Tarneit, Victoria, Australia

डॉ. शैलेश शुक्ला

सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

श्रीमती पूनम चतुर्वेदी शुक्ला

सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया

साझा कहानी/लघु कथा प्रकाशन योजना

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साझा कहानी/लघुकथा संग्रह हेतु:
storybooks@srijansansar.com विषय : “साझा कहानी/लघुकथा संग्रह प्रकाशन हेतु”
न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन विश्व भर में हिन्दी भाषा और साहित्य के प्रचार- प्रसार के लिए कृत संकल्पित संस्था है। न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन और विश्व हिन्दी सचिवालय, मॉरिशस के सहयोग से सृजन ऑस्ट्रेलिया अंतरराष्ट्रीय ई – पत्रिका नियमित रूप से अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियाँ एवं अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलनों का आयोजन कर रही है, जिनमें विश्व के विभिन्न देशों के प्रतिष्ठित साहित्यकार और हिंदी सेवी वक्ता के रूप में जुड़ते है और हजारों दर्शकों/श्रोताओं द्वारा ये कार्यक्रम देखे जाते हैं।
साहित्यकारों की मांग पर न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन अब साझा संग्रह प्रकाशन योजना आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा है।
न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन की साझा संग्रह प्रकाशन योजना में विभिन्न विधाओं के रचनाएँ प्रकाशित करवाने पर रचनाकारों को निम्नलिखित लाभ एवं सुविधाएं प्राप्त होंगी :-

  1. प्रत्येक रचनाकारों को डिमाई आकार के साझा संग्रह में छः पृष्ठ दिए जाएंगे। एक पृष्ठ पर रचनाकार का परिचय और शेष 5 पृष्ठों पर उनकी रचनाओं को स्थान दिया जाएगा।
  2. प्रत्येक सहयोगी रचनाकार को 5 पुस्तकें लेखकीय प्रति के रूप में दी जाएंगी।
  3. प्रत्येक साझा संग्रह का लोकार्पण न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन के सहयोग से सृजन ऑस्ट्रेलिया अंतरराष्ट्रीय ई-पत्रिका द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन / संगोष्ठियों में प्रसिद्ध साहित्यकारों के उपस्थिति में करवाया जाएगा।
  4. साझा संग्रह में जिन रचनाकारों की रचनाओं को संकलित किया जाएगा उन रचनाकारों को न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में अपनी रचनाओं पर बोलने का मौका दिया जाएगा।
  5. यदि कोई सहयोगी रचनाकार किसी कारणवश निर्धारित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में किसी कारण उपस्थित नहीं हो पाता है तो उसे भविष्य में किसी अन्य अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में अपनी रचनाओं पर बोलने का मौका दिया जाएगा।
  6. प्रकाशक द्वारा साझा संग्रह का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक प्रचार- प्रसार किया जाएगा। न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन द्वारा संचालित वेबसाइट, फेसबुक पेज, टेलीग्राम चैनल और सैकड़ों whatsApp समूहों के माध्यम से अधिक से अधिक साहित्य-प्रेमियों तक पहुंचाया जाएगा।
  7. साझा संग्रह की प्रख्यात विद्वानों द्वारा की गई समीक्षा को विभिन्न पत्र- पत्रिकाओं में प्रकाशित करवाया जाएगा।
  8. साझा संग्रह की प्रतियाँ राष्ट्रीय पुस्तालयों, ISBN एजेंसी व अन्य आवश्यक स्थानों पर भेजी जाएंगी।
  9. प्रत्येक रचनाकार को साझा संग्रह प्रकाशन योजना में शामिल होने के लिए मात्र रु. 2000/- (रुपए दो हजार केवल) । रचनाकारों द्वारा दी गई सहयोग राशि में रचनाओं का संपादन, पेज सेटिंग, कवर पेज डिजाइन, मुद्रण, पुस्तक भेजने का डाक व्यय व अन्य सभी संबंधित आवश्यक व्यय सम्मिलित हैं। उपरोक्त सहयोग राशि में डाक के माध्यम से पुस्तकों को केवल भारत के भीतर ही भेजा जाएगा। भारत से बाहर भेजने के लिए डाक व्यय अलग से देय होगा।
  10. साझा संग्रह की मांग के अनुसार अगले संस्करण(णों) का मुद्रण कराया जाएगा व प्रकाशक द्वारा यथासमय तय की जाने वाली रायल्टी को सभी रचनाकारों में बराबर-बराबर साझा किया जाएगा।

(1) कहानी अधिकतम 1000 शब्दों की हो
(2)लघुकथा हेतु प्रत्येक रचना अधिकतम 300 शब्दों की हो

2.रचनाएँ यूनिकोड फ़ॉन्ट में टाइप करके, वर्ड फ़ाइल में भेजें और इसे अपने नाम से सहेजें

  1. कृपया मानक वर्तनी का ही उपयोग करें, जैसे किए, लाए, जाए आदि (किये, लाये, जाये नहीं) कृपया केंद्रीय हिंदी निदेशालय के नियम देखें, वर्तनी शोधन कर लें, वर्तनी में एकरूपता रखें, हम नुक़्तों के उपयोग को शामिल करेंगे, लेकिन इन्हें तभी लगाएँ जब आप इनके उपयोग के बारे में निश्चित हों
    4.विरामादिविन्यास का सही उपयोग करें. विशेष रूप से ध्यान दें कि आप संवादों के लिए, कॉमा (डैश नहीं) और डबल या दोहरे इनवर्टेड कॉमा का उपयोग करें।
  2. यदि आपको कोई वाक्यांश या शब्द वगैरह हाइलाइट करना है, तो सिंगल या इकहरे इनवर्टेड कॉमा का उपयोग कर सकते हैं. अधूरी अभिव्यक्ति को दर्शाने के लिए एलिप्सिस या तीन बिंदियाँ केवल तीन ही लगाई जाती हैं, कम या ज़्यादा नहीं
  3. अस्पष्ट चीज़ों को स्पष्ट करें, बोधगम्यता बनी रहनी चाहिए
  4. मानव मूल्यों, समुदायों, विशेष रूप से स्त्री के प्रति अवमानना न हो
  5. जातिसूचक नामों का उपयोग न करें
  6. रचना में किसी भी व्यक्ति विशेष, समुदाय, वर्ग, धर्म, प्रदेश, देश आदि के प्रति नकारात्मक अभिव्यक्ति या आलोचना न हो
  7. बातों को अनावश्यक रूप से दोहराए नहीं
  8. अनावश्यक अभिव्यक्तियाँ न रखें, जो रचना पर बोझ हों
  9. रचना का शीर्षक आकर्षक रखें
  10. व्याकरण और प्रयोगों को ठीक कर लें
  11. नंबरों को शब्दों में लिखें, ज़रूरत होने पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों 1,2,3 आदि काप्रयोग करें
  12. आपकी रचना की समीक्षा साथी लेखक द्वारा की जाएगी
  13. संपादकों के पास संपादन का अधिकार होगा और उनका निर्णय बाध्यकारी और अंतिम होगा
  14. आपको आपकी रचना प्रूफ़ शोधन के लिए दी जा सकती है
  15. रचना के साथ कृपया निम्नलिखित भेजें-
    i. इसका प्रमाण-पत्र कि रचना मौलिक है और किसी भी प्रकार के कॉपीराइट विवाद से मुक्त है।
    ii.रचनाकार का परिचय जिसमें निम्नलिखित सूचनाएं हों
  • जन्म स्थान, जन्म तिथि / वर्ष
  • माता-पिता का नाम
  • शिक्षा
  • प्रकाशित रचनाओं का संक्षिप्त विवरण
  • प्राप्त पुरस्कार एवं सम्मान
  • संप्रति / वर्तमान पदनाम, संगठन, शहर/जिला/ राज्य, देश
    iii. 40-50 शब्दों में रचना का सारांश, और
    iv. 40-50 शब्दों में रचना के कथ्य और अभिव्यक्ति से संबंधित उदाहरण सहित विशेषताएँ, जिन्हें भूमिका में शामिल किया जा सकता है
    किसी भी अन्य सूचना के लिए कृपया संपर्क करें : श्री मनोरंजन तिवारी, संपादकीय सहयोगी, साझा कहानी संग्रह प्रकाशन योजना, न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन :
    मोबाईल : +91 – 98990-18149 (कॉलिंग एवं वट्सऐप)

Last Updated on January 5, 2021 by Manoranjan Kumar Tiwari

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