नई कविता
मीनाक्षी डबास की नई कविता: रिमझिम-रिमिझम
रिमझिम रिमझिम बरसे फुहार मन नाचे मेरा करे पुकार l रिमझिम रिमझिम बरसो पानी भू पर लिख दो फिर नई कहानी रिमझिम रिमझिम कदम बढ़ाए डालों को तुम चलो भिगोएं …
सुखबीर दुहन की नई कविता- हालात-ए-किसान
हालात ए किसान यह जो तेरे घर में अन्न आया है। जरा सोचो किसने पसीना बहाया है। चाह मिटायी , चिन्ता पाई , चैन की नींद ना आई, तुझे दिया, …
मनीष खारी की नई कविता -मेरे बच्चों के लिए
जिस दिन तुम खुद को अकेला पाओ, घबराओ ,डर जाओ और उसका सामना ना कर पाओ। उस दिन एक बार हिम्मत करके अपने माता -पिता के पास जाना हो सकता …
अमूल्य त्रिपाठी की नई कविता – “तेरी मुहब्बत”
वो रातें मुझे पसंद है, वो बातें मुझे पसंद है, तेरी मुहब्बत की हर, यादें मुझे पसंद है। चाँदनी रातों में तेरा, खूबसूरत दमकता चेहरा, इन आँखों को बड़ा पसंद …
प्रभांशु की नई कविता कूड़े वाला आदमी
वह आदमी निराश नही है अपनी जिन्दगी से जो सड़क किनारे कूड़े को उठाता हुआ अपनी प्यासी आंखो से कुछ दूढ़ता हुआ फिर सड़क पर चलते हंसते खिलखिलाते धूलउड़ाते लोगों …
रमेश कुमार सिंह रुद्र की नई कविता ‘मां सरस्वती’
वीणावादिनी ज्ञानदायिनी ज्ञानवान कर दे…. माँ रूपसौभाग्यदायिनी नव रुप भर दे…. हंसवाहिनी श्वेतांबरी जग उज्ज्वल कर दे….. वीणापाणिनि शब्ददायिनी शब्दों से भर दे…. ज्योतिर्मय जीवन तरंगमय जीवन सभी जन प्रकाशयुक्त …
हेतराम हरिराम भार्गव की कविता- ‘मैं वही तुम्हारा मित्र हूं..’
मैं वही तुम्हारा मित्र हूं… मैं धर्म निभाता मानवता का, मैं सत्य धर्मी का मित्र हूँ न्याय उचित में सदा उपस्थित मैं धर्म प्रेम का चरित्र हूँ मैं सदा मित्र …
हेतराम हरिराम भार्गव की कविता- ‘मैं वही तुम्हारा मित्र हूं..’ Read More »
रानू चौधरी की नई कविता, यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न किसानों की मुस्कराहट से लहराते हैं खेत खेतों के लहराने से मुस्कराता है पूरा देश | मुस्कान किसानों की क्यों जाती दिख रही हैं खेतों की हरियाली क्यों …