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http://मर्यादा #पुरुषोत्तम श्री राम को समर्पित मेरी #कविता ——–////—————– #श्री राम तुम महान हो, समस्त जगत का कल्याण हो इतिहास नहीं वर्तमान हो, प्राणों का आह्वान हो राष्ट्र की गौरव गाथा हो, मर्यादा में पुरूषोत्तम हो श्री राम तुम महान हो, जगत का कल्याण हो ।। #अयोध्या में जन्मे हो, रघुकुल के ध्रुव तारे हो नर नहीं नारायण हो, प्राणी मात्र को प्यारे हो सृष्टि के कण कण का प्रकाश हो, दुष्ट जन का विनाश हो श्री राम तुम महान हो, जगत का कल्याण हो ।। #इक्ष्वाकु वंश के वंशज हो, मंगल भवन मंगलकारी हो वीरो में सर्वोत्तम हो, सदैव अक्षयकारी हो सभी को सुलभ भक्ति हो, अंतर्मन की शक्ति हो श्री राम तुम महान हो, जगत का कल्याण हो ।। #भारत के रोम रोम में बसे हो, सबके प्रिय राम हो मिलने पर श्री राम हो, बिछुड़ने पर राम राम हो महानता का आकाश हो, अंधेरे मन का प्रकाश हो श्री राम तुम महान हो, जगत का कल्याण हो ।। #जय श्री राम ।।