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जीवन संग्राम

http://कृष्ण -अर्जुन संवाद प्रेरित मेरे द्वारा रचित #कविता ———-////————— #जीवन संग्राम के महासमर में, विजय का वरण तभी होगा, गिद्ध और सियारो से हटकर यदि सिंह दल गठन होगा । #प्रवासी गिद्ध और सियार भी भला किसी के यार हुए, कल मेरे द्वार थे, आज तेरे द्वार भए। #सिंह की यारी केवल सिंह से हो सकती है, गिद्ध और सियार की यारी केवल द्वेष क्लेश दे सकती है । #सिंह पुत्र है तो सिंह जैसा व्यवहार कर, सियारो के इस झुंड को रण क्षेत्र से बाहर कर । #धर्म क्षेत्र पर आगे बढ़कर मानवोचित व्यवहार कर, मानवता की रक्षा कर गिद्ध भाव का संहार कर ।। #सत शक्ति को साथ लेकर विजय का आह्वान कर, अपने तीक्ष्ण बाणों से शत्रु का संहार कर ।। #धर्म अधर्म के महासमर में विजय का वरण जरूर होगा, प्रभु कृपा बनी रही तो दुष्टदमन जरूर होगा । #जय श्री राम #अनिल राणा प्रतिहार, सह सचिव सक्षम हरियाणा ।।




मर्यादा पुरुषोत्तम राम

http://मर्यादा #पुरुषोत्तम श्री राम को समर्पित मेरी #कविता ——–////—————– #श्री राम तुम महान हो, समस्त जगत का कल्याण हो इतिहास नहीं वर्तमान हो, प्राणों का आह्वान हो राष्ट्र की गौरव गाथा हो, मर्यादा में पुरूषोत्तम हो श्री राम तुम महान हो, जगत का कल्याण हो ।। #अयोध्या में जन्मे हो, रघुकुल के ध्रुव तारे हो नर नहीं नारायण हो, प्राणी मात्र को प्यारे हो सृष्टि के कण कण का प्रकाश हो, दुष्ट जन का विनाश हो श्री राम तुम महान हो, जगत का कल्याण हो ।। #इक्ष्वाकु वंश के वंशज हो, मंगल भवन मंगलकारी हो वीरो में सर्वोत्तम हो, सदैव अक्षयकारी हो सभी को सुलभ भक्ति हो, अंतर्मन की शक्ति हो श्री राम तुम महान हो, जगत का कल्याण हो ।। #भारत के रोम रोम में बसे हो, सबके प्रिय राम हो मिलने पर श्री राम हो, बिछुड़ने पर राम राम हो महानता का आकाश हो, अंधेरे मन का प्रकाश हो श्री राम तुम महान हो, जगत का कल्याण हो ।। #जय श्री राम ।।