

भारत के उद्योग पुरुष जमशेद जी टाटा
——-जमशेद जी टाटा——- कभी कभी कोई लम्हा युग प्रेरणा का इतिहासबनाता है ।।इन लम्हों के कदमों केसंग युग
सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
——-जमशेद जी टाटा——- कभी कभी कोई लम्हा युग प्रेरणा का इतिहासबनाता है ।।इन लम्हों के कदमों केसंग युग
धर्म आस्था की धतातलअवनि आकाश धर्म मर्यादा संस्कृति संस्कार।।धर्म शौम्य विनम्र युग समाजव्यवहार।।धर्म जीवन मूल्यों आचरण कासत्य सत्यार्थ।।धर्म
फूल की किस्मत को क्या कहूँबया क्या करूँ हाल । बड़े गुरुर में सूरज की पहलीकिरण के संग
पुणे की पुण्य भूमि माँ भारती का गौरवआँचल ज्ञान कर्म धर्मकी भूमि अभिमान।।शिवनेरी दुर्ग की माटी काकण कण
*है जन्म लिया मानव तन में तो नारी का सम्मान करो* मानवता हमें सिखाती है ये सृष्टि जननी
दुनिया के इस भिड में मुश्किल है स्वयंका चेहरा खोजना. हर एक चेहरा आइने मे आगे पिछे प्रतित
आज फिर उलफत अजीब सा है।दिल में गफलत अजीब सा है।खबर खैर का खुद ही पता सा है।मेरे