क्षणिकाएं :…..यथार्थ
क्षणिकाएं :…..यथार्थ 1. मैंकभी मरता नहींजो मरता हैवोमैं नहीं… … … … … … … 2. ज़िस्म
सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
सुप्रसिद्ध कवि, न्यू मीडिया विशेषज्ञ एवं
प्रधान संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
सुप्रसिद्ध चित्रकार, समाजसेवी एवं
मुख्य संपादक, सृजन ऑस्ट्रेलिया
क्षणिकाएं :…..यथार्थ 1. मैंकभी मरता नहींजो मरता हैवोमैं नहीं… … … … … … … 2. ज़िस्म
द्रुत गति से बहती सरिता की कलकल है या विस्मय के होठों पर ठहरा पल है काश.. कभी
रिमझिम रिमझिम बरसे फुहार मन नाचे मेरा करे पुकार l रिमझिम रिमझिम बरसो पानी भू पर लिख दो