हौले हौले बूँद चुनो जिन्दगी की धार से
तन का सिंगार तो हजार बार होता है,
पर प्यार तो जीवन में एक बार होता है,
नाव की दिशा बदले पतवार की चाल से,
हौले हौले बूँद चुनो जिन्दगी की धार से ।1।
कोई न जग में, जो प्यार बिना जी सके,
और गाने वालों के अधरों को सी सके,
धीरे धीरे मौत खींचे हर सांस के सितार से,
हौले हौले बूँद चुनो जिन्दगी की धार से ।2।
परछाई भी शीतल होती,पेड के देह से,
होंठ भी होते रसीले ,गीत के राग मेह से,
गात का ताप दूर होए, स्वेद कण जाल से,
हौले हौले बूँद चुनो जिन्दगी की धार से ।3।