1

जीवन संग्राम

http://कृष्ण -अर्जुन संवाद प्रेरित मेरे द्वारा रचित #कविता ———-////————— #जीवन संग्राम के महासमर में, विजय का वरण तभी होगा, गिद्ध और सियारो से हटकर यदि सिंह दल गठन होगा । #प्रवासी गिद्ध और सियार भी भला किसी के यार हुए, कल मेरे द्वार थे, आज तेरे द्वार भए। #सिंह की यारी केवल सिंह से हो सकती है, गिद्ध और सियार की यारी केवल द्वेष क्लेश दे सकती है । #सिंह पुत्र है तो सिंह जैसा व्यवहार कर, सियारो के इस झुंड को रण क्षेत्र से बाहर कर । #धर्म क्षेत्र पर आगे बढ़कर मानवोचित व्यवहार कर, मानवता की रक्षा कर गिद्ध भाव का संहार कर ।। #सत शक्ति को साथ लेकर विजय का आह्वान कर, अपने तीक्ष्ण बाणों से शत्रु का संहार कर ।। #धर्म अधर्म के महासमर में विजय का वरण जरूर होगा, प्रभु कृपा बनी रही तो दुष्टदमन जरूर होगा । #जय श्री राम #अनिल राणा प्रतिहार, सह सचिव सक्षम हरियाणा ।।