अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस प्रतियोगिता बेटी का अभ्युदय नारी का अस्तित्व
आज की बेटी कल की नारी
युग की आधी शक्ति आधी
आबादी माँ बहन बेटी नारी
की शान।।
शक्ति है नारी साक्षात
नव दुर्गा अवतारी बेटी ही नारी
ना झुकती ना टूटती ना मानती
हार।।
राष्ट्र समाज की अभ्युदय
अतिस्त्व मर्यादा धन्य धारा
की धैर्य हस्ती बेटी ही नारी।।
दूर दृष्टी मजबूत इरादों की
बेटी संबर्धन की गरिमा गौरव
बेटी ही भविष्य की नारी।।