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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस प्रतियोगिता

बेटी बेटों में ना हो फर्क
शिक्षा दीक्षा प्यार परिवरिश
में ना हो अंतर।।
बेटी ही कल की माँ बहन
रिश्तों की अवतारी नव दुर्गा
की नौ रूपों की बेटी ही
लक्ष्मी शिवा सरस्वती देवो
की शक्ति नारी।।
साहस शक्ति की बेटी निर्भय
निर्भीक निडर शिक्षित बेटी
राष्ट्र समाज युग की निर्माणी नारी।।
बहू बेटी में ना फर्क दहेज़
दानव का बंद हो प्रचलन
अस्तित्व अस्मत की बेटी
मजबूत राष्ट्र समाज की
बैभव नारी।।
नारी जत्र पुज्जयते रमन्ते तंत्र
देवता यथार्थ सत्य सत्यार्थ हो
देवो की संस्कार की नारी।।

नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश