लोहड़ी
लोहड़ी आई ,लोहड़ी आई
सौगात खुशियो का है लायी।।
तिलकुटिया रेवड़ी मिले
जले ज्वाला की तेज अलाव।
सर्दी का मौसम उल्लास की गर्मी उत्साह।।
लोहड़ी आई ,लोहड़ी आई।।
सौगात खुशियो का है लायी।।
भांगड़ा गिद्दा डोल नगाड़ो की बाजे थाप गुरुओं की बलिदानी मिट्टी की
सुगन्ध से रौशन हुआ पंजाब।।
लोहड़ी आई लोहड़ी आई
खुशियो की सौगात है लाई।।
खेतो में हरियाली पीले सरसों के
फूल मन आँगन घर आँगन
आशा विश्वासों का संचार लाई।।
लोहड़ी आई लोहड़ी आई
खुशियो की सौगात है लाई।।लोहड़ी की ढेरों शुभकामनाएं
नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गोरखपुर