1

अंतरराष्ट्रीय शोधार्थी सम्मान योजना

“अंतरराष्ट्रीय शोधार्थी सम्मान योजना”

उद्देश्य
हिंदी पत्रकारिता के 200वें वर्ष के सुअवसर पर न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन एवं अदम्य ग्लोबल फाउंडेशन के सहयोग से सृजन ऑस्ट्रेलिया, सृजन मॉरीशस, सृजन कतर, सृजन मलेशिया, सृजन अमेरिका आदि विभिन्न अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं एवं विश्व की विभिन्न संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में 30 मई 2025 से 30 मई 2026 तक मनाए जा रहे ‘अंतरराष्ट्रीय हिंदी पत्रकारिता वर्ष – 2025-26’ के अंतर्गत आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय शोधार्थी सम्मान योजना का उद्देश्य शोधकर्ताओं, शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं भाषा-प्रेमियों को ‘हिंदी भाषा में शोध’ एवं “हिंदी भाषा और तकनीक” विषय पर समकालीन विमर्श हेतु प्रोत्साहित करना है, साथ ही डॉ. शैलेश शुक्ला की विचारधारा, तकनीकी दृष्टि एवं अनुभवजन्य विश्लेषण पर आधारित शोध-सामग्री पर विमर्श का सृजन कराना है।

शोध सम्मान विवरण 
शोध रत्न सम्मान : 1 (एक)
शोध विभूषण सम्मान : 2 (दो)
शोध भूषण सम्मान : 5 (पाँच)
शोध श्री सम्मान : 11 (ग्यारह)

विशेष : इस योजना में प्राप्त सभी उच्च गुणवत्ता वाले आलेखों को ISBN युक्त पुस्तक / शोध-पत्रिका / डिजिटल जर्नल में प्रकाशित किया जाएगा।

आधार-पुस्तक

पुस्तक का नाम : हिंदी भाषा और तकनीक
लेखक : डॉ. शैलेश शुक्ला

प्रकाशक : न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन, लखनऊ
प्रकाशन वर्ष : 2024, आईएसबीएन : 978-81-949867-3-7
पुस्तक (निशुल्क) नीचे दिए गए लिंक
और सामने दिए गए क्यू आर कोड पर उपलब्ध है :- https ://tinyurl.com/BookByDrShaileshShukla

शोध सम्मान योजना  की शर्तें और दिशानिर्देश
1. शोधपरक समीक्षात्मक आलेख हेतु शब्द सीमा : 3000 से 5000 शब्द
* संरचना : आलेख में निम्न अनुभाग अनिवार्य रूप से सम्मिलित हों :-
* सारांश (Abstract) : 250–300 शब्द
* भूमिका / प्रस्तावना
* लेखन का उद्देश्य
* समकालीन संदर्भ में पुस्तक की प्रासंगिकता
2. लेखक परिचय : डॉ. शैलेश शुक्ला
* शैक्षणिक एवं व्यावसायिक पृष्ठभूमि
* पत्रकारिता, शिक्षण, राजभाषा व डिजिटल लेखन में योगदान
* पूर्व लेखन कार्यों की झलक
3. पुस्तक की संरचना और सामग्री का अवलोकन
* अध्याय संरचना (12 अध्यायों की सूची और उद्देश्य)
* तकनीकी शब्दावली, उपशीर्षक, और विशेषताएँ
* भाषा और शैली की विशेषता
4. पुस्तक की प्रमुख विषयवस्तु का विश्लेषण
यह खंड 4.1 से 4.8 तक विभाजित हो सकता है :
4.1 हिंदी भाषा का डिजिटल प्रवेश
4.2 सोशल मीडिया में हिंदी
4.3 हिंदी टाइपिंग व फॉन्ट्स
4.4 सॉफ्टवेयर, ऐप्स और AI में हिंदी
4.5 डिजिटल शिक्षा, प्रकाशन और अनुवाद में हिंदी
4.6 ब्लॉगिंग, यूट्यूब व डिजिटल साहित्य
4.7 SEO और सोशल मीडिया मार्केटिंग में हिंदी
4.8 भविष्य की दिशा और चुनौतियाँ
5. लेखन शैली एवं प्रस्तुति का विश्लेषण
* भाषा की सहजता, शैली की वैज्ञानिकता
* शब्दों का चयन, संप्रेषणीयता
* तकनीकी विषयों की सरलीकरण क्षमता
6. विषय की गहराई और प्रामाणिकता
* तकनीकी स्रोतों की प्रस्तुति
* अनुभवजन्य उदाहरणों का समावेश
* लेखक की व्यावहारिक दृष्टि
7. समसामयिक प्रासंगिकता और शोधयोग्यता
* पुस्तक का शिक्षकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों के लिए महत्त्व
* डिजिटल युग में हिंदी के लिए इसका उपयोग
* नीतिगत निर्माण में संभावित योगदान
8. तुलनात्मक विवेचन (वैकल्पिक)
* अन्य हिंदी तकनीकी पुस्तकों या डिजिटल हिंदी लेखन से तुलना
* नवीनता और विशिष्टता का निर्धारण
9. पुस्तक की विशेषताएँ और सीमाएँ
* पुस्तक की सकारात्मक विशेषताएँ
* संभावित कमियाँ (यदि हों तो संतुलित ढंग से)
10. निष्कर्ष
* संपूर्ण मूल्यांकन का सार
* हिंदी भाषा और तकनीक के यथार्थ और संभावनाओं पर लेखक की पकड़
* भविष्य के शोध के लिए प्रेरणा
11. संदर्भ / ग्रंथ सूची
* प्रयुक्त स्रोत
* उद्धरण और टिप्पणियों के संदर्भ
* प्रत्येक शीर्षक के अंतर्गत 300–800 शब्दों का विश्लेषण करें।
* पुस्तक से प्रासंगिक उद्धरणों का प्रयोग करें।
* तटस्थ, शोधपरक और विद्वत्तापूर्ण भाषा का उपयोग करें।
* संदर्भ सूची (References) – APA शैली में या अन्य मानक अनुसंधान शैली में
12. तकनीकी प्रारूप :
* Font : यूनिकोड फॉन्ट (मंगल / निर्मला / कोकिला / कोई और युनिकोड फॉन्ट)
* स्पेस : 1.5
* प्रविष्टि हेतु फॉर्मैट : MS Word (Doc)
* भाषा : केवल हिंदी
13. प्रविष्टि जमा करने की अंतिम तिथि : 25 जुलाई 2025 तक
* प्रविष्टियाँ भेजने का माध्यम : ईमेल : [email protected]
* ईमेल विषय (Subject Line) :-
“अंतरराष्ट्रीय शोधार्थी सम्मान योजना हेतु शोधपरक समीक्षात्मक आलेख प्रतियोगिता हेतु प्रविष्टि”

मौलिकता (Originality)
1. आलेख स्वयं लिखा गया होना चाहिए।
2. 100% मौलिक (Plagiarism-free) हो। पुस्तक से कुछ भी उद्धृत करने पर संदर्भ अवश्य दिया जाए।
3. AI जनरेटेड कंटेंट, कॉपी-पेस्ट लेख को अस्वीकार कर दिया जाएगा।
4. आयोजक मंडल द्वारा प्लैगरिज्म सॉफ्टवेयर से जांच की जाएगी।

शोध सम्मान योजना  हेतु शोधपरक समीक्षात्मक आलेखों के संभावित  विषयों की सूची
प्रतियोगिता हेतु लेखक / शोधार्थीगण / प्राध्यापकगण निम्नलिखित दिए गए विषयों में से किसी एक या पुस्तक ‘हिंदी भाषा और तकनीक’ की शोधपरक समीक्षा पर आधारित अन्य संबंधित विषय का चयन कर सकते हैं :-
1. डॉ. शैलेश शुक्ला के लेखन में इंटरनेट युग और हिंदी भाषा की पहचान
2. डॉ. शैलेश शुक्ला की पुस्तक के आलोक में डिजिटल सामग्री निर्माण और उपभोग का विश्लेषण
3. सोशल मीडिया में हिंदी की शक्ति : डॉ. शैलेश शुक्ला की आलोचनात्मक दृष्टि
4. ई-कॉमर्स और हिंदी का संबंध : डॉ. शैलेश शुक्ला की पुस्तक के संदर्भ में
5. हिंदी टाइपिंग तकनीक : डॉ. शैलेश शुक्ला के अनुभवों की समीक्षा
6. यूनिकोड और तकनीकी मानकीकरण पर डॉ. शैलेश शुक्ला का योगदान
7. डॉ. शैलेश शुक्ला की पुस्तक में फोनेटिक बनाम इनस्क्रिप्ट की तुलना
8. हिंदी फॉन्ट्स का विकास : डॉ. शैलेश शुक्ला की दृष्टि से
9. डॉ. शैलेश शुक्ला द्वारा प्रस्तुत हिंदी टाइपिंग साक्षरता की चुनौतियाँ और समाधान
10. डॉ. शैलेश शुक्ला के विश्लेषण में सोशल मीडिया ब्रांडिंग में हिंदी की भूमिका
11. सोशल मीडिया मार्केटिंग टूल्स की समीक्षा : डॉ. शैलेश शुक्ला की कृति के आधार पर
12. डॉ. शैलेश शुक्ला के विचारों में सामाजिक अभियानों में हिंदी की शक्ति
13. ग्रामीण भारत में डिजिटल हिंदी का प्रसार : डॉ. शैलेश शुक्ला की दृष्टिकोण से
14. डॉ. शैलेश शुक्ला के विश्लेषण में युवाओं की डिजिटल संस्कृति और हिंदी
15. कृत्रिम बुद्धिमत्ता और हिंदी : डॉ. शैलेश शुक्ला की पुस्तक का विश्लेषण
16. हिंदी अनुवाद तकनीकों पर डॉ. शैलेश शुक्ला का शोधपरक मूल्यांकन
17. नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग में हिंदी की संभावनाएँ : डॉ. शैलेश शुक्ला के अनुसार
18. डॉ. शैलेश शुक्ला की पुस्तक में रोबोटिक्स और हिंदी भाषा का संगम
19. डॉ. शैलेश शुक्ला द्वारा रचित हिंदी-अनुवाद में सांस्कृतिक अंतर्वस्तु की भूमिका
20. डॉ. शैलेश शुक्ला की दृष्टि में डिजिटल प्रकाशन : लेखक, पाठक और प्लेटफॉर्म
21. हिंदी डिजिटल पाठकों की प्रवृत्तियाँ : डॉ. शैलेश शुक्ला की अंतर्दृष्टि
22. ई-शिक्षा में हिंदी भाषा का स्थान : डॉ. शैलेश शुक्ला की पुस्तक के आलोक में
23. हिंदी और SEO के तकनीकी पक्ष : डॉ. शैलेश शुक्ला की समीक्षा
24. भविष्य की ओर हिंदी और तकनीक : डॉ. शैलेश शुक्ला की पुस्तक का विमर्शात्मक विश्लेषण
25. डॉ. शैलेश शुक्ला के अनुभवों में डिजिटल पत्रकारिता और हिंदी भाषा का परिदृश्य
26. डॉ. शैलेश शुक्ला की दृष्टि में पॉडकास्ट, यूट्यूब और डिजिटल साहित्य में हिंदी की भूमिका
27. डॉ. शैलेश शुक्ला की पुस्तक के आलोक में मोबाइल ऐप्स और हिंदी भाषा का प्रयोग
28. डॉ. शैलेश शुक्ला की कृति में डिजिटल हिंदी कविता और छवि प्रस्तुति की प्रवृत्तियाँ
29. ब्लॉगिंग संस्कृति और हिंदी अभिव्यक्ति : डॉ. शैलेश शुक्ला की वैचारिक पृष्ठभूमि
30. डॉ. शैलेश शुक्ला द्वारा प्रतिपादित हिंदी की डिजिटल लेखन शैली और भाषा प्रवाह
31. राजभाषा नीति और तकनीकी साधनों का समन्वय : डॉ. शैलेश शुक्ला का विश्लेषण
32. डॉ. शैलेश शुक्ला के अनुसार सरकारी संस्थानों में तकनीकी हिंदी का व्यवहारिक पक्ष
33. डॉ. शैलेश शुक्ला के विचारों में हिंदी के तकनीकी टूल्स का प्रशिक्षण पक्ष
34. डॉ. शैलेश शुक्ला की कृति में डिजिटल हिंदी की वैश्विक स्वीकार्यता
35. डॉ. शैलेश शुक्ला की दृष्टि में डिजिटल साहित्य की गुणवत्ता और प्रामाणिकता
36. डॉ. शैलेश शुक्ला द्वारा प्रतिपादित टेक्स्ट, इमेज और वीडियो रूप में हिंदी की बहुविधता
37. डॉ. शैलेश शुक्ला के आलेखों में तकनीकी नवाचार और हिंदी साहित्य का समन्वय
38. डॉ. शैलेश शुक्ला की पुस्तक में हिंदी तकनीक की चुनौतियाँ और सुधार के सुझाव
39. हिंदी भाषा में नवाचार और स्टार्टअप की भूमिका : डॉ. शैलेश शुक्ला की अंतर्दृष्टि
40. डॉ. शैलेश शुक्ला की दृष्टि में हिंदी का डिजिटलीकरण : एक समीक्षात्मक अध्ययन
एवं पुस्तक की शोधपरक समीक्षा पर आधारित अन्य कोई भी संबंधित विषय

सम्मान समारोह 
सभी विजेताओं की घोषणा हमारे ऑनलाइन मंचों पर की जाएगी और एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। सभी सम्मानित किए गए प्रतिभागियों को प्रबंधन द्वारा निर्धारित सम्मानित राशि के बराबर या अधिक मूल्य की पुस्तकें उनके दिए गए डाक पते पर प्रेषित की जाएंगी। भारत से बाहर के विजेताओं के मामले में डाक खर्च देय होगा।
प्राप्त हुए गुणवत्तापूर्ण आलेखों का प्रकाशन एवं लोकार्पण
* प्रतियोगिता के सभी उच्च गुणवत्ता वाले आलेखों को ISBN युक्त पुस्तक / शोध-पत्रिका / डिजिटल जर्नल में प्रकाशित किया जाएगा।
* चयनित लेखों के संकलन का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकार्पण किया जाएगा।
प्रतियोगिता पंजीकरण शुल्क
कोई शुल्क देय नहीं है। यह सम्मान योजना पूर्णतः निःशुल्क है।
अस्वीकरण (Disclaimer)
निर्णायकों का निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।
इस शोधपरक आलेख लेखन प्रतियोगिता से संबंधित समस्त जानकारी आयोजक मंडल द्वारा सावधानीपूर्वक तैयार की गई है, तथापि इसमें दी गई सूचनाएँ बिना किसी पूर्व सूचना के संशोधित की जा सकती हैं। आयोजक मंडल द्वारा प्रस्तुत नियम, पुरस्कार विवरण एवं अन्य जानकारी पूरी सावधानी से प्रदान की गई है, परंतु किसी भी प्रकार की त्रुटि, विसंगति या परिवर्तन की स्थिति में आयोजक संस्था की उत्तरदायित्व सीमित रहेगा।
प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत किए गए आलेख उनके स्वयं के विचार, विश्लेषण एवं निष्कर्ष हैं, जिनकी संपूर्ण वैचारिक जिम्मेदारी लेखक की होगी। आयोजक संस्था इन विचारों से आवश्यक नहीं कि सहमत हो। किसी भी प्रकार की सामग्री में यदि कॉपीराइट या बौद्धिक संपदा अधिकार का उल्लंघन पाया जाता है, तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी संबंधित लेखक की होगी, न कि आयोजक संस्था की।
यह अंतरराष्ट्रीय शोध सम्मान योजना शोध एवं रचनात्मकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की गई है, इसका कोई वाणिज्यिक लाभ आयोजक संस्था द्वारा नहीं लिया जा रहा है। प्रतिभागियों से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है और पुरस्कार/प्रकाशन केवल योग्यता के आधार पर निर्णयित किए जाएंगे। पर्याप्त संख्या में गुणवत्तापूर्ण आलेख न प्राप्त होने की स्थिति में आयोजक संस्थाओं के प्रबंधन द्वारा प्रतियोगिता रद्द की जा सकती है।

न्यायक्षेत्र
यदि इस प्रतियोगिता से संबंधित किसी सूचना, निर्णय या निष्कर्ष से कोई विवाद उत्पन्न होता है तो उसका निवारण केवल लखनऊ (उत्तर प्रदेश) न्यायक्षेत्र में ही किया जाएगा।
संपर्क
ईमेल : [email protected]
वेबसाइट : SrijanAustralia.SrijanSansar.com
पूनम चतुर्वेदी शुक्ला
संस्थापक-निदेशक
अदम्य ग्लोबल फाउंडेशन एवं
न्यू मीडिया सृजन संसार ग्लोबल फाउंडेशन
प्रशांत चौबे
संस्थापक-निदेशक
अदम्य ग्लोबल फाउंडेशन