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प्रेम-काव्य लेखन प्रतियोगिता

तुम साथ मेरे तो हो जाओ |

हम दुनिया नई बसा लेंगे ,

जीवन की हर बगिया में ,

प्रीत के फूल खिला लेंगे |

तुम साथ मेरे तो हो जाओ |

हम दुनिया नई बसा लेंगे ,

नदिया चाहे गहरी हो जितनी

हम तेरे मांझी बन जाएंगे ,

प्यार के पंख लगा कर फिर 

हम नीले नभ पर छा जाएंगे,

तुम साथ मेरे तो हो जाओ।

हम दुनिया नई बसा लेंगे ,

डॉ कविता यादव