नए साल में
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नए साल में
बदलेंगे हालात भी
क्या नए साल में?
बनेंगी बिगड़ी बात भी
क्या नए साल में?
तारीखें बदलने से क्या
दुख ;सुख में बदल जाते हैं?
साल बदलने से क्या
हाल भी बदल जाते हैं?
बहलेंगे जज़्बात भी
क्या नए साल में?
बनेंगी बिगड़ी बात भी
क्या नए साल में?
छंट जाएंगी स्याह
क्या अतीत के पन्नों से
संवर जाएंगे रिश्ते- नात
क्या नए साल में?
बनेंगी बिगड़ी बात भी
क्या नए साल में?
सर्वत्र ,सर्वदा रहेगा बसंत
मौसम क्या फिर ना बदलेगा?
अधूरी ख्वाहिशों पर क्या
मन न मचलेगा?
भर जाएंगे हर घाव क्या
नए साल में?
बनेंगी बिगड़ी बात भी
क्या नए साल में?
अर्चना रॉय
रामगढ़ झारखंड