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हालात ए वतन

देश भक्ति काव्य प्रतियोगिता

हालात ए वतन

हालात ए वतन जब हम देखते है
दो बूंद पानी को पोछ लेते है लोग ।

हर कोई मशरूफ ज़िन्दगी की भागमभाग में
होश पल का नही , दौड़े जा रहे लोग।

जिस आजादी को पाने खून का कतरा बहाया
शहीदों के गुमान को मिट्टी में मिला रहे लोग।

गांधी भगत को भुलाकर साहिल
कागज के टुकड़ों के पीछे भागे जा रहे लोग।

वो जवान सरहदों पर गोलियां खा रहे
अपने शहर को लहूलुहान किए जा रहे लोग।

जिसको देखो वो बहशी हो रहा
अपनी बेटियों को छुपाए जा रहे लोग।

वो जवान मिल गए देश की माटी में
खेतों में नफरत की फसल उगा रहे लोग

कमल राठौर साहिल
शिवपुर मध्य प्रदेश