मुझे याद आता है-
गुजरा हुआ
हर एक पल
जो
तेरे बिना
तनहाई में
गुजारे मैने
मुझे याद आते हैं-
वो लम्हे
जो
तेरे साथ
चोरी-चोरी
जी लिए मैंने
तन्हाइयों को
अंगूठा दिखा कर
मुझे याद आता है-
वो स्पर्श
जो
तेरे होंठ से लेकर अंतर्मन तक
जिला गया मुझको
तुच्छ से कुछ तक का
सफर करा गया
मुझको
मुझे याद आता है-
वो मेरा हाथ थामना
वो मेरे आँसू पोंछना
यकीन दिलाना मुझको
कि
तुम मेरी हो
हमेशा – हमेशा
रहोगी मेरे सीने में
मेरे प्राण बनकर
मुझे याद आता है-
मुझे
करीब आते देखकर
वो तेरा मुस्करा देना
लब खोलकर
मुझको
आमंत्रित करना
कि देखो
लाली भले खराब हो
कोई देख न ले
प्रमाण
अपने प्रेम का
मुझे याद आता है-
वो फट से अपने गालों को
मेरी ओर फेरना
कि देखो
कोई देख न ले
हमको
हमारे प्यार को
नज़र न लगे
किसी अपने – पराये की
मुझे याद आता है-
वो तेरा आखिरी धक्का
या कहूँ ‘धोखा’
कि तुमने
क्यूँ किया ऐसा
अपनों की भीड़ में खोकर
मुझे
फिर छोड़ दिया तन्हा
घुट-घुट कर मरने को
मजबूरन जीने को
मुझे याद आता है-
मेरा भगवान आज फिर
कुछ ऐसा हो जाए
इक बार के लिए
तू फिर से आ जाए
मुझको सिखा जाए
कैसे जीऊँगा मैं
तन्हा तेरे बिना
-‘चाँद दईजरी’
Last Updated on January 17, 2021 by rakeshpuri2491