*राष्ट्र की भाषा*
१४+१४
भारत की सारी भाषाएं!
हिंदी से सबकी निष्ठाएं!
अंग्रेजी ने दास बनाया;
कैसे उससे प्यार निभाएं?
हिंदी मां के पथ में उर्दू;
नित नित खड़ी करे बाधाएं!
एक हाथ से बजे न थाली;
कट्टरता की क्या सीमाएं?
सहयोगी बन मन से आओ;
पूर्ण करेंगे सब इच्छाएं!
अरे सौतिया डाह छोड़ दो;
हम भी मिलकर नांचें गाएं!
हिंदी तो भारत माता है;
उर्दू बेगम यवन बताएं!
भारत को अपना कहते हो;
क्यों हिंदी से द्रोह दिखाएं?
हिंदी बने राष्ट्र की भाषा;
हिंदी मां से वैर सिखाएं!
बुद्धि, भाव के पट खोलो;
हम भी सबको गले लगाएं!
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*डा. महेश ‘ दिवाकर ‘*
Last Updated on January 9, 2021 by mcdiwakar