युग के हर प्राणी की निद्रा
शौर्य सूर्य के सुबह शाम की
प्रतिद्वंनि आकर्षक ।।
नई सुबह आशा विश्वाश
संबाद संचार गति चाल काल
सूरज का युग ब्रह्मांड व्यवहार
ना जाने कितने ही है पर्याय नाम।।
सूरज दिनकर दिवाकर प्रभाकर
आदित्य भुवन भास्कर प्रशान्त
हृदय तल से आना जाना
संस्कृति संस्कार ।।
सप्त अश्व रथ सवार नित्य
प्रतिदिन आता जाता युग
सृष्टी जीव जीवन जगत
मूल्यों रहस्य महत्व महिमा
धरा का सत्य सत्यर्थ सूर्य संसार।।
शौर्य सूर्य रथ के सप्त अश्व
सृष्टी के मूल तत्व छिति जल
पावक गगन समीर सूर्य के संग
अंश छठा ज्ञान कर्म सूर्य आराधन
के मूल मंत्र आधार।।
सातवां पराक्रम पुरुषार्थ
जीवन मूल्यों के शौर्य सूर्य
कर्तव्य दायित्व बोध का
जीवन मूल्य संग्राम सार।।
सप्त अश्वो का रथ सौर्य
सूर्य का सप्त महाद्विप सप्त
महासागर सप्तर्षि मंडल ध्रुव
गोलार्ध सारे ब्रह्मांड राग रागिनी
राग दिनकर का आचार।।
Last Updated on February 1, 2021 by nandlalmanitripathi